भोजपुर में खाद नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने किया सड़क जाम

तरारी प्रखंड में खाद की किल्लत से परेशान किसान शनिवार को सड़क पर उतर गए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:28 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:28 PM (IST)
भोजपुर में खाद नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने किया सड़क जाम
भोजपुर में खाद नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने किया सड़क जाम

आरा। तरारी प्रखंड में खाद की किल्लत से परेशान किसान शनिवार को सड़क पर उतर गए। पीरो-बिहटा पथ को सहियारा बाजार के समीप जाम कर आवागमन ठप कर दिया। किसानों द्वारा सड़क जाम किए जाने से यहां करीब दो घंटे तक अफरातफरी मची रही। जानकारी के अनुसार शनिवार को तरारी प्ररवंड के सहियारा बाजार स्थित एक खाद विक्रेता के पास से यूरिया खाद को लेने के लिए सुबह सात बजे से ही भारी संख्या में किसान जुटे हुए थे। कुछ देर बाद उन्हें बताया गया कि आज उन्हें खाद नहीं मिलेगी। क्योंकि बाहर से खेप नहीं आया है। इधर घंटों से खाद मिलने के इंतजार में खड़े किसान करीब नौ बजे सुबह में आक्रोशित हो गए और पीरो- बिहटा पथ को जाम कर आवागमन ठप कर दिया। सड़क जाम की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची इमादपुर थाना की पुलिस ने किसानों को समझा- बुझाकर सड़क जाम हटवाया। कुछ किसानों का कहना है कि पूरे तरारी में पिछले दरवाजे से यूरिया खाद की हो रही कालाबाजारी हो रही है। यही नहीं कुछ किसानों का यह भी कहना है कि कृषि पदाधिकारी के नाम पर पोस्टिग तो तरारी में है, लेकिन आरा और पीरो में रहते हैं। - बिस्कोमान के गोदाम में प्रति उमड़ी रही भीड़

फोटो फाइल

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संवाद सूत्र, चरपोखरी: धान उत्पादक किसान त्राहिमाम कर रहे हैं। यूरिया खाद के लिए वे इतने परेशान हैं कि रोज-रोज हंगामा और आपस में उलझने की नौबत आ रही है। इसके बाद भी अहले सुबह से किसान बिस्कोमान के गोदाम सामने लाइन लगाकर खड़े रह रहे हैं। इस बीच शनिवार को प्रखंड के बिस्कोमान गोदाम में यूरिया खाद का रेक उतरने के बाद एक तरफ जहां किसानों को राहत मिली। वहीं दूसरी तरफ सरकारी स्तर पर खाद मुहैया होने के बाद भी किसानों को खाद लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।जिसमें महिला किसान भी शामिल नजर आई। खाद लेने पहुंचे किसान आपस में ही उलझ गए। यूरिया खाद लेने के लिए काफी संख्या में किसान पहुंचे थे। सुबह से ही किसानों की लंबी लाइन लगी हुई थी। कड़ाके की धूप में किसान अपनी फसल को अच्छी उपज के लिए खाद खरीदने के लिए लाइन में लगे रहें। महिलाओं का भी लंबा लाइन था। पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं का वहां कोई कद्र नही था। सुबह से खाद के लिए लाइन में खड़े कई लोगों को बिना खाद लिए वापस भी जाना पड़ा। बिस्कोमान केंद्र पर खाद लेने के लिए लाइन में महिलाओं के साथ छात्राएं भी लगी थीं। किसानों को समय पर सुविधाजनक तरीके से खाद उपलब्ध कराने के सारे प्रशासनिक दावे विफल हो रहे हैं। कई दिनों से खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं। स्थिति यह है कि मांग के अनुरूप आपूर्ति नहीं हो रही है। इससे किसानों की समस्या बढ़ती जा रही है। खाद नहीं मिलने से किसानों की धान की फसलों के नुकसान होने की पूरी संभावना है।

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