तकनीकी खामियों के बीच चला स्नातक में दाखिला

वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में तकनीकी खामियों के बीच बुधवार को स्नातक पार्ट वन सत्र 2020-23 के विभिन्न संकायों में करीब छह हजार एडमिशन लिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 11:44 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 06:15 AM (IST)
तकनीकी खामियों के बीच चला स्नातक में दाखिला
तकनीकी खामियों के बीच चला स्नातक में दाखिला

आरा। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में तकनीकी खामियों के बीच बुधवार को स्नातक पार्ट वन सत्र 2020-23 के विभिन्न संकायों में करीब छह हजार एडमिशन लिया गया। इसकी जानकारी छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो केके सिंह ने की। उन्होंने बताया कि विवि के 18 अंगीभूत और 41 संबद्ध कॉलेजों में शाम तक करीब छह हजार एडमिशन लिए गए। सभी कॉलेजों में एडमिशन ऑनलाइन लिया जा रहा है। संबद्ध कॉलेजों में ऑनलाइन और ऑफलाइन एडमिशन हो रहा है। उन्होंने बताया कि एडमिशन की प्रक्रिया रफ्तार पकड़ने लगी है। उन्होंने बताया कि देर शाम तक सभी अंगीभूत कॉलेजों में तीन डिजिट एडमिशन पहुंच गया। हालांकि कई कॉलेजों की ओर एडमिशन प्रक्रिया में अभी भी पेमेंट को लेकर शिकायत दर्ज की गई। जिसकों हल करने की कोशिश में एडमिशन एजेंसी लगा रहा। कॉलेजों की मानें तो तकनीकी कमी के कारण कॉलेजों में नामांकित छात्रों के नाम को अपग्रेड नहीं किया जा सका है। कई छात्र-छात्राएं एडमिशन के बाद भी चयनित विषय में आनर्स को लेकर परेशान दिखे। अपराह्न छह बजे तक एचडी जैन कॉलेज में स्नातक में करीब 122 छात्र-छात्राओं का एडमिशन हो चुका था।

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एचडी जैन कॉलेज अपलोड करेगा अपना साफ्टवेयर

विवि के एचडी जैन कॉलज प्रशासन स्नातक एडमिशन के लिए अपना अलग साफ्टवेयर अपलोड करेगा, ताकि उसके कॉलेज में एडमिशन लेने वाले छात्रों को एडमिशन श़ुल्क जमा करने में परेशानी नहीं हो। साफ्टवेयर बनाने की जिम्मेवारी एक निजी कंपनी को दे दी गई है। दो दिनों में उसे अपलोड कर दिया जाएगा। बता दें कि विवि प्रशासन ने सभी कॉलेजों से एडमिशन शुल्क के लिए खाता नंबर और पेमेंट गेटवे मांगा था। सब कुछ करने के बाद भी एडमिशन के क्रम में जमा शुल्क की राशि दूसरे कॉलेज के खाते में चली जाती है। इसके पीछे एजेंसे के प्रोग्रामिग का दोष माना जा रहा है। कॉलेज सूत्रों ने बताया शुल्क अदायगी में परेशानी के कारण छात्रों को कॉलेज में नामांकित करने में परेशानी हो रही है। इसके कारण एडमिशन की रफ्तार नहीं पकड़ रही है।

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इंटर में 77 फीसद दाखिला पूरा, महिला कॉलेज में शारीरिक दूरी का दावा हवा

फोटो फाइल

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जागरण संवाददाता, आरा: मुख्यालय स्थित एमएम महिला कॉलेज में छात्राओं की भीड़ विगत 10 अगस्त की भांति फिर एक बार बुधवार को उमड़ पड़ी। परिणाम स्वरूप एडमिशन में सोशल डिस्टेंसिग का दावा हवा में उड़ गया। 12 अगस्त को इंटर में एडमिशन के अंतिम दिन था। विगत 10 अगस्त को एडमिशन में सोशल डिस्टेसिग का पालन नहीं होते देख ऑनलाइन एडमिशन करने का निर्णय किया था, लेकिन नतीजा बेनतीजा रहा। कॉलेज प्रशासन द्वारा ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी। आलम था कि परिसर में तिल रखने की जगह नहीं थी। बारिश की बूंदाबांदी व उमस के बीच परिसर में छात्राओं का मेला सा नजारा दिखा। एडमिशन के लिए चार पंक्तियों में छात्राएं खड़ी थी। सभी के माथे पर पसीना व चेहरे पर एडमिशन को लेकर अनिश्चय का भाव था। कई छात्राओं के साथ उनके संरक्षक भी परेशान दिखे। कॉलेज के अंदर कर्मचारी ग्रिल में बंद होकर काम निपटा रहे थे। छात्राओं की भीड़ कर्मचारियों की कार्यक्षमता पर भारी पड़ रहा था। बाहर में पांच सौ से अधिक छात्राएं एडमिशन फार्म को वेरिफाइ के लिए चार पंक्तियों में खड़ी थी। कॉेलेज प्रशासन ने 10 अगस्त को ऑफलाइन बंद करके ऑनलाइन करने की जानकारी दी थी। इससे भीड़ नहीं नहीं होने की उम्मीद बंधी थी, लेकिन माधुरी, श्यामा, आनंद भारती, किशोरी कुमारी जैसी कई छात्राओं ने बताया कि बीते कल महिला कॉलेज की वेबसाइट एडमिशन के लिए नहीं खुल सकी। आज सुबह भी कोशिश की, लेकिन नहीं खुला। अंतिम दिन था। फलत: एडमिशन के लिए कॉलेज आ गई। इंटर में एडमिशन के लिए सात अगस्त को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से पहली मेधा सूची जारी की गई थी। कॉलेज के सूत्रों ने बताया कि महिला कॉलेज में करीब 77 फीसदी सीटों पर एडमिशन हो चुका है। उधर एचडी जैन कॉलेज, महाराजा कॉलेज, जगजीवन कॉलेज के प्रधानाचार्याें ने बताया कि इंटर में सभी संकायों की 80 फीसद सीटें भर चुकी हैं।

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इंटर दाखिले की तिथि बढ़ी 17 तक

जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में इंटर एडमिशन के लिए जद्दोजद कर रहे छात्र-छात्राओं में उस समय राहत की सांस ली, जब उन्हें मालूम हुआ कि इंटर एडमिशन की तिथि को बढ़ाकर 17 अगस्त तक कर दी गई है। इससे छात्र-छात्राओं के चेहरे पर राहत की मुस्कान झलकी। क्योंकि क्योंकि लॉकडाउन में आवागमन और कोविड -19 से संक्रमण के कारण आनेजाने में काफी परेशानी है। बता दें कि आठ अगस्त से 12 अगस्त प्रथम मेरिट लिस्ट के छात्रों को एडमिशन करा लेना था। बीते शनिवार और रविवार को पूर्ण लॉकडाउन के कारण छात्र-छात्राएं कॉलेज तक नहीं पहुंच सकी थी। उन्हें रास्ते से ही लौट जाना पड़ा था। तीन दिन समय बचने के कारण छात्र-छात्राओं की जबर्दस्त भीड़ जुट गई थी।

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साइबर कैफे में भी जुट रही भीड़

मुख्यालय समेत सभी छोटे-छोटे शहरों के साइबर कैफे में बुधवार को एडमिशन के लिए भीड़ लगी रही। इंटर व स्नातक के लिए कॉलेजों में ऑनलाइन एडमिशन की सुविधा की गई है। इससे विवि के विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन के लिए साइबर कैफे में भीड़ लगी रही। छात्र बारी-बारी अपने एडमिशन के लिए ऑनलाइन अप्लाई करते रहे। हालांकि विवि प्रशासन ने स्नातक में एडमिशन के लिए घर बैठे एडमिशन की सुविधा मुहैया की है।

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उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में 80 फीसद दाखिला

जासं, आरा: मुख्यायल स्थित उच्चतर माध्यमिक मुख्य संस्थानों में बुधवार को इंटर की 80 फीसदी सीटें भर गई। बता दें कि इन स्कूलों में ऑफलाइन एडमिशन लिय जा रहा है। टाउन उच्च विद्यालय के प्रधानाचार्य किस्मत राय ने बताया कि स्कूल में कला व विज्ञान संकाय में 120-120 सीटें हैं। इसमें आज क्रमश: 80 और 91 छात्रों का एडमिशन लिया गया। उसी तरह हित नारायण क्षत्रिया उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. योगेन्द्र सिंह ने बताया कि स्कूल के सभी संकायों में करीब 80 फीसद सीटें भर चुकी है। उन्होंने बताया कि एडमिशन मानक के अनुरूप और सोशल डिस्टेंसिग के ख्याल रखते हुए लिया गया।

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