भोजपुर के तरारी प्रखंड में 50 फीसद हुआ मतदान
भोजपुर जिले के तरारी प्रखंड की 19 पंचायतों में चौथे चरण का पंचायत चुनाव मतदान छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।
आरा। भोजपुर जिले के तरारी प्रखंड की 19 पंचायतों में चौथे चरण का पंचायत चुनाव मतदान छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। मैदान में उतरे विभिन्न पदों के कुल 2052 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। करीब 50 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। इसमें 51 प्रतिशत पुरुष व 49 प्रतिशत महिला मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया। कड़ी धूप के बावजूद बड़ी संख्या में मतदाता सुबह सात बजे ही कतार में लग गए थे। सुबह के समय ज्यादातर मतदान केंद्रों पर महिलाएं ही कतार में नजर आ रही थीं। शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त मतदान को लेकर कुल 248 बूथ बनाए गए थे। वोटों की गिनती का कार्य 22 और 23 अक्टूबर को होगा। एसपी विनय तिवारी ने बताया कि निरोधात्मक कार्रवाई के तहत 15 लोगों को हिरासत में लिया गया था। जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
------------ मोआप खुर्द में भिड़ गए दो मुखिया उम्मीदवार समर्थक
तरारी में मतदान के दौरान छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मोआप खुर्द पंचायत के मोआप खुर्द मध्य विद्यालय स्थित मतदान केंद्र संख्या पर मुखिया उम्मीदवार रामाकान्त सिंह व मुखिया उम्मीदवार सुदर्शन सिंह के समर्थकों के साथ मारपीट व हाथापाई की घटना घटी है। आपसी वर्चस्व को लेकर हाथापाई की सूचना है। तरारी में पंचायत चुनाव को लेकर मतदान प्रक्रिया के दौरान अधिकांश मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे । सभी मतदान केंद्रों पर बिहार पुलिस के जवान के जवान तैनात किए गए थे।
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डीएम व एसपी ने बूथों पर घूम-घूमकर लिया जायजा संवाद सूत्र, तरारी: तरारी प्रखंड में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने को ले भोजपुर डीएम रोशन कुशवाहा और एसपी विनय तिवारी, डीडीसी हरि नारायणा पासवान बुधवार को पूरे दिन यहां डटे रहे और चुनाव से जुड़ी पल-पल की जानकारी लेते रहे। बुधवार को डीएम और एसपी, डीडीसी, एसडीएम, एसडीपीओ ने दर्जन भर मतदान केंद्रों पर जाकर वहां चल रहे मतदान प्रक्रिया का जायजा लिया। इस दौरान सभी पदाधिकारियों ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय शंकरडीह, मध्य विद्यालय कपूरडिहरा, मध्य विद्यालय खरौना ,मध्य विद्यालय तरारी ,मध्य विद्यालय अकंरोज ,मध्यविद्यालय इटिम्हा, मध्य विद्यालय बन्धवां, बिहटा सहित दर्जनों मतदान केंद्रों पर जाकर वहां चल रहे मतदान प्रक्रिया का जायजा लिया। इस दौरान तीनों अधिकारी स्थानीय अधिकारियों से पूरे क्षेत्र में जारी मतदान प्रक्रिया की जानकारी भी लेते रहे।
------- ईवीएम में तकनीकी गड़बड़ी के चलते दर्जन मतदान केंद्रों पर देर से शुरू हुआ मतदान
संवाद सूत्र, तरारी: तरारी प्रखंड के 19 पंचायतों में चौथे चरण के दौरान मतदान के क्रम में करीब दर्जन मतदान केंद्रों पर इवीएम में गड़बड़ी की शिकायत मिलने के कारण यहां मतदान का कार्य देर से शुरू हुआ। मिली जानकारी के अनुसार तरारी पंचायत के महादेवपुर गांव स्थित मतदान केंद्र संख्या 74 पर इवीएम में गड़बड़ी के कारण यहां नौ बजे से मतदान का कार्य शुरू हो पाया। कपूरडिहरा मध्य विद्यालय 104 स्थित बूथ संख्या 104 पर करीब तीन घंटें बाद मतदान शुरू हुआ। साथ ही यहां के मतदाताओं ने बायोमीट्रिक के नाम पर मतदान धीमा कराने का भी आरोप लगाते रहे और मध्य विद्यालय निर्भय डिहरा स्थित बूथ संख्या 113, 114 पर इवीएम खराब होने के कारण करीब डेढ़ घंटे तक मतदान बाधित रहा। नौ बजे के बाद मतदान का कार्य शुरू हुआ। इसके अलावा कई अन्य बूथों पर पर भी ईवीएम में गड़बड़ी के कारण मतदान का कार्य देर से शुरू हुआ।
--- मतदान केंद्रों पर थे सुरक्षा के कड़े प्रबंध
संस, पीरो/तरारी : तरारी प्रखंड में चौथे चरण के दौरान हो रहे पंचायत चुनाव को लेकर यहां निर्धारित सभी 248 मतदान केंद्रों पर स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राहुल कुमार के अनुसार यहां अलग-अलग पंचायतों में शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव कराने तथा मतदान के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेवारी अलग थानों के थानेदारों को सौंपी गई थी। इमादपुर थाना को मोआपकलां, मोआप खुर्द, बिहटा व इमादपुर पंचायत तरारी थाना को तरारी,जेठवार, सेदहां, शंकरडीह, करथ, भकुरा, बड़कागांव, डुमरियां तथा सिकरहटा थाना को सिकरहटा, चकिया, बसौरी, देव, कुरमुरी, बागर व पनवारी पंचायत में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेवारी दी गई थी। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अनुसार सभी मतदान केंद्रों पर पुलिस बल की तैनाती कर उन्हें मुस्तैदी के साथ डयूटी के निर्देश दिए गए थे। इसके अलावे पुलिस पदाधिकारियों की अलग-अलग पेट्रोलिग पार्टी पूरे मतदान के दौरान गड़बड़ी पैदा करने वाले तत्वों पर नजर रखे हुए थी। मतदान के दौरान बोगस वोटिग का प्रयास करने, कमजोर वर्ग के मतदाताओं को डराने धमकाने, किसी को मतदान से रोकने या किसी तरह की गड़बड़ी करने वाले असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने के निर्देश पुलिस पदाधिकारियों को दिए गए थे। अनुमंडल पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार के अनुसार मतदान अवधि के दौरान मतदान केंद्रों के 100 मीटर की परिधि में हथियार लेकर चलने, नाजायज मजमा लगाने, किसी तरह के पोस्टर बैनर लगाने, मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए रुपये या सामग्री विवरण जैसे कामों पर विशेष नजर रखी जा रही थी। हालांकि इस तरह का कोई मामला चुनाव के दौरान सामने नहीं आया। लेकिन इसको लेकर प्रशासन काफी चौकस था। सभी जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, सहायक सेक्टर मजिस्ट्रेट व पेट्रोलिग सह संग्रहण दल के अधिकारियों को पूरी सतर्कता के साथ शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए प्रयासरत देखा गया।