अररिया में 11 हजार वोल्ट करंट की चपेट में आया युवक, मौके पर ही मौत

अररिया में 11 हजार वोल्ट करंट की चपेट में आकर एक युवक की मौत हो गई। मामले के बाद से इलाके में मातमी चित्कार गूंज उठी। वहीं स्वजनों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरोप है कि तार जर्जर हो चुके हैं।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:53 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:53 PM (IST)
अररिया में 11 हजार वोल्ट करंट की चपेट में आया युवक, मौके पर ही मौत
11 हजार वोल्ट विद्युत लाइन की चपेट में आकर युवक की मौत।

संवाद सूत्र, पलासी (अररिया)। जिले के पलासी प्रखंड क्षेत्र के धर्मगंज पंचायत अंतर्गत डकैता गांव में सोमवार को घरेलू कार्य के दौरान 11 हजार वोल्ट बिजली के तार के करंट की चपेट में आने से एक 35 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। युवक का नाम पंकज कुमार दास बताया जा रहा है। करंट लगने के बाद स्वजनों उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलासी लाए लेकिन मौके पर मौजूद चिकित्सक नंदकिशोर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मृतक डकैता गांव के गुलाई दास का पुत्र बताया गया है। सूचना पाकर पलासी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अररिया भेज दिया। थानाध्यक्ष शिव पूजन कुमार ने बताया कि मृतक के स्वजनों के बयान पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। पंसस प्रतिनिधि विनोद कुमार ऋषिदेव, मुखिया प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार मंडल ने बताया कि उनकी मौत बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हुई है। ग्यारह हजार करंट वाले तार घर के बगल होकर गुजरा है। जो लूज होकर नीचे झूल रहा है। ग्रामीणों द्वारा विभाग से शिकायत के बावजूद ध्यान नहीं दिया गया। दोनों ने प्रशासन से मृतक के स्वजनों को उचित मुआवजा उपलब्ध कराने की मांग की है।

वहीं दूसरी ओर मौत को मृतक के स्वजनों में मातमी सन्नाटा पसर गया है। मृतक अपने पीछे पत्नी सोनी देवी सहित तीन छोटे- छोटे पुत्र छोड़ गया है। सांत्वना देने वालों का भी तांता लगा है। मृतक की पत्नी अपने अबोध बच्चों की परवरिश को लेकर रोते- रोते बेसुध हो जाती है। गांवभर में मातमी चित्कार गूंज रही है। वहीं किसी विवाद या बवाल से बचाव को लेकर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। गांवभर में ऐसे कई बिजली के तार हैं, जो लटक रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा कि इन तारों पर विद्युत विभाग को ध्यान देना चाहिए। वहीं, ग्रामीणों ने कही कि पंकज के बच्चों का भरण पोषण कैसे होगा, इसके लिए मुआवजा तय किया जाना चाहिए।

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