World AIDS Day: रेड रिबन का बढ़ रहा दायरा, संयमित जीवन शैली अपनाएं, संभलकर रहें
World AIDS Day लखीसराय जिले में वर्ष 2015 से मार्च 2021 तक 84873 लोगों की हुई जांच 691 मिले एचआइवी एड्स के मरीज जिनका चल रहा इलाज। संक्रमित मरीजों की पहचान और इलाज नहीं हो पा रहा है। लखीसराय में एचआइवी एड्स संक्रमित मरीजों की संख्या 691 पहुंच गई है।
लखीसराय [मुकेश कुमार]। लखीसराय जिले में एचआइवी एड्स के नियंत्रण और बचाव के लिए किए जा रहे सरकारी प्रयास एवं जागरूकता के बावजूद जिले में रेड रिबन का दायरा बढ़ता जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में एचआइवी जांच की समुचित व्यवस्था की राह में मानव बल की भारी कमी रहने के कारण जांच की रफ्तार थम गई है। जिसके कारण संक्रमित मरीजों की पहचान और इलाज नहीं हो पा रहा है। जिले में संक्रमित मरीजों के बढ़ते आंकड़े को देखते हुए लखीसराय जिला में रेड रिबन का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
जिले में एचआइवी एड्स संक्रमित मरीजों की संख्या 691 पहुंच गई है। जिले में वर्ष 2003 में एड्स मरीजों की पहचान के लिए आइसीटीसी केंद्र खोला गया था वर्ष 2003 से सितंबर 2021 तक जिले में कुल 691 एचआइवी संक्रमित मरीज चिन्हित किए गए। जिसमें 60 मरीजों की मौत हो गई है। शेष 631 वर्तमान में एचआइवी एड्स के मरीज जिले में है। जिसमें 384 पुरूष, 268 महिलाएं, 39 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। जिला एड्स नियंत्रण इकाई की रिपोर्ट के अनुसार जिले में सबसे संवेदनशील सूर्यगढ़ा प्रखंड को चिन्हित किया गया है कुल चिन्हित संक्रमित एड्स मरीजों में सबसे अधिक असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की संख्या सबसे अधिक है।
जिले में एचआइवी जांच और संक्रमित मरीजों की वर्षवार संख्या
अप्रैल 2015 से मार्च 2016 - कुल जांच 18,263, संक्रमित मरीज 69, पुरूष 41, महिला 28 अप्रैल 2016 से मार्च 2017 - कुल जांच 13,326, संक्रमित मरीज 46 , पुरूष 27, महिला 19 अप्रैल 2017 से मार्च 2018 - कुल जांच 13,980, संक्रमित मरीज 45, पुरूष 27, महिला 18 अप्रैल 2018 से मार्च 2019 - कुल जांच 15,095, संक्रमित मरीज 35, पुरूष 18, महिला 17 अप्रैल 2019 से मार्च 2020 - कुल जांच 12,989, संक्रमित मरीज 26, पुरूष 16, महिला 11 अप्रैल 2020 से मार्च 2021 - तक कोरोना के कारण जांच बाधित रहा। अप्रैल 2021 से सितंबर 21 तक - कुल जांच 11,220 संक्रमित मरीज 16, पुरूष आठ, महिला आठक्या कहते हैं पदाधिकारी
सरकारी अस्पतालों में आइसीटीसी केंद्रों पर एचआइवी की जांच निश्शुल्क की जाती है। जांच के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है। लेकिन जांच केंद्र पर मानव बल की कमी रहने के कारण जांच प्रभावित हो रहा है। कोरोना काल में जांच प्रभावित हुआ है। लेकिन अब धीरे-धीरे जांच में तेजी आ रही है। अरविंद कुमार राय, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, डीएपीसीयू