कब हटेगा Bhagalpur Smart City पर लगा ग्रहण? सीईओ के इस्तीफे ने खड़े किए सवाल, 3 साल में तकरीबन दर्जनभर अधिकारी छोड़ चुके काम
Bhagalpur Smart City भागलपुर को स्मार्ट बनाने को लेकर केंद्र पोषित योजना अभी तक धरातल पर पूरी तरह उतर नहीं पाई है और ये उतरती दिखाई भी नहीं दे रही है। मामला ही कुछ ऐसा है कि लगता नहीं कि इसमें तेजी आ भी पाएगी... पढे़ं पूरी खबर
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur Smart City के कामकाज को लेकर अभी तक जमीनी स्तर पर दिखाने को अधिकारियों के पास सैंडिस कंपाउंड छोड़कर कोई बड़ी योजना नहीं है। योजना को लेकर विवाद लगातार बना रहा है। ऐसे में कार्य धरातल पर उतारने की पूरी जिम्मेदारी मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानि सीईओ पर आ गई। इन्हीं कारणों से भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ संजीत कुमार ने अपने पद से 22 जुलाई को त्याग पत्र से संबंधी लेटर मेल पर भेज दिया।
शुक्रवार को भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सह नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद्र यादव ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि अगर अब सीईओ के पद पर नए सिरे से नियोजन होगा। बता दें कि इससे पहले स्मार्ट सिटी सीईओ के पद से गत वर्ष सुनील कुमार ने अपने इस्तीफे सौंपा था। जानकारी के अनुसार 20 जुलाई को बोर्ड आफ डायरेक्टर की बैठक स्थगित होने के बाद स्मार्ट सिटी योजनाओं की प्रधान सचिव द्वारा समीक्षा की गई थी। सीईओ संजीत कुमार पर किसी मामले में आरोप लगाने से आहत हो गए थे। 21 जुलाई को अवकाश और 22 जुलाई को कार्यालय पहुंचे थे।
पिछले तीन वर्ष में स्मार्ट सिटी के करीब एक दर्जन पदाधिकारी और कर्मी ने अब तक इस्तीफा दिया है। स्मार्ट सिटी के सीजीएम ब्रजेश कुमार, पीआरओ, सीएफओ, मुख्य वित्त अधिकारी शशि भूषण ने चार दिनों के अंदर ही इस्तीफा दे दिया था। उस समय यह बात सामने आयी थी कि माहौल खराब देख इस्तीफा दिया है। इससे पीडीएमसी के टीम लीडर राजीव नौकरी छोड़कर चले गए थे। कंप्यूटर ऑपरेटर व एकाउंटेंट भी इस्तीफा दे चुके हैं।
भागलपुर में स्मार्ट सिटी योजना कब पूरी तरह धरातल पर उतरेगी, अब ये बड़ा सवाल बनता जा रहा है। अन्य शहरों की अपेक्षा अभी तक यहां स्मार्ट सिटीज के नाम पर सिर्फ और सिर्फ सैंडिस कंपाउंड को लेकर चहलकदमी हुई है। जनता की मानें, तो अभी तक उन्हें लगा ही नहीं कि भागलपुर अपना स्मार्ट हो रहा है। खैर, आने वाले दिन सबकुछ तय करेंग।