मुंगेर में हुई आठ साल की बच्ची की निर्मम हत्या का कब होगा खुलासा? गांव में ही छिपे हैं सभी राज!

बिहार के मुंगेर में हुई बच्ची की निर्मम हत्या के चार दिन बाद भी हत्यारों का सुराग नहीं मिल सका है। इससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस को फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Sun, 08 Aug 2021 04:48 PM (IST) Updated:Sun, 08 Aug 2021 04:48 PM (IST)
मुंगेर में हुई आठ साल की बच्ची की निर्मम हत्या का कब होगा खुलासा? गांव में ही छिपे हैं सभी राज!
मुंगेर में हुई थी आठ साल की बच्ची की निर्मम हत्या...

संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर)। जिले के जमालपुर के साफियाबाद में दरिंदगी का शिकार हुई आठ वर्षीय मासूम के हत्यारों को अब तक पता नहीं चल सका है। घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस हत्यारे को नहीं पकड़ सकी है। पुलिस को पुख्ता क्लू नहीं मिलने से घटना से पर्दा नहीं उठ सका है। सूत्रों की मानें तो घटना को अंजाम देने के लिए बाहर से बदमाश नहीं आए थे। गांव में ही हत्या का राज छिपा है। लेकिन, ठोस सबूत नहीं मिलने से मामले का पर्दाफाश अब तक नहीं हो सका है।

गांव के लोगों में अंदर ही अंदर कई तरह की चर्चाएं हो रही है। गांव में सन्नाटा है। सभी की चेहरों पर घटना को लेकर काफी गुस्सा है। हत्या मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। हालांकि, 13 लोगों को शक के आधार पर पूछताछ के लिए उठाया गया है। उसमें से पांच को छोड़ दिया गया है। आठ लोगों से अभी भी पूछताछ चल रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना के हर पहलुओं को बारीकि से जांच की जा रही है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। बच्ची के कपड़े और और नूमने की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। फॉरेंसिक रिपोर्ट पर ही सब निर्भर है। पुलिस रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार कर रही है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आया, दुष्कर्म नहीं

बच्ची का पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिल गई है। इस रिपोर्ट में दुष्कर्म की बात सामने नहीं आई है। बच्ची के शव के पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। पुलिस कप्तान जगुन्नाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म का जिक्र नहीं है। पुलिस कप्तान ने कहा कि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रहा है। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा।

शराब और नशीला केमकिल का इस्तेमाल

पुलिस के अनुसार जिस ईंट-भट्ठे के पास बच्ची का शव मिला था। वहां पर नशेड़ियों का सुबह से रात तक जमावड़ा लगा रहता है। दस वर्ष से लेकर युवा वर्ग के लोग शराब और पंक्चर बनाने में इस्तेमाल होने वाली सुलेशन केमिकल का इस्तेमाल करते हैं। यहां जुए का खेल भी बड़े पैमाने पर होती है। जुआ खेलने के लिए लोगों को पैसा तक उधार पर दिया जाता है। सूद पर पैसा देकर जुआ खेलने के लिए गरीब तबके के लोगों को मजबूर किया जाता है। शराब की अवैध बिक्री भी खूब होती है। ऐसा नहीं है कि पुलिस को मामले की जानकारी नहीं है। सबकुछ जानने के बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती है।

न्याय के लिए आगे आए राजनीतिक दल

बच्ची के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर पक्ष और विपक्ष सभी दल के राजनीतिक कार्यकर्ता आगे आ गए हैं। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए गोलबंदी शुरू कर दी है। दलों की ओर से पीड़ित परिवार को सहायता राशि भी दी गई है। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जल्द से जल्द बच्ची के हत्यारों को पकड़ा जाए और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए।

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