इस बार आम की दोगुनी होगी पैदावार, मंजरों से लद गए हैं पेड़

इस बार आम के उत्पादन की काफी संभावना है। आम के लिए मौसम अनुकूल दोगुनी होगी पैदावार। सही समय पर गर्मी पडऩे के कारण मंजरों से लदा आम का पेड़। 11900 हेक्टेयर में है बगीचा दो लाख मीट्रिक टन पैदावार की संभावना।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 09:17 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 09:17 AM (IST)
इस बार आम की दोगुनी होगी पैदावार, मंजरों से लद गए हैं पेड़
इस बार आम के पेड़ में मंजर काफी है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। इस बार मौसम आम के लिए अनुकूल है। जिले में इस बार आम की बंपर पैदावार होने की संभावना है। सही समय पर गर्मी पडऩे के कारण आम का पेड़ मंजरों से लद गया है। कुछ दिनों तक आंधी-बारिश नहीं हुई तो पिछले साल की तुलना में आम की दोगुनी पैदावार होगी। इसी तरह का मौसम रहा तो मंजर झड़ेंगे नहीं। आम में कीड़े नहीं पड़ेंगे और साइज बड़ा होगा। इस वर्ष आम का मंजर 15 दिनों पहले आ गया है। पिछले वर्ष मंजर लेट से आया था। 

पेड़ के नीचे करें सफाई 

उद्यान विभाग के सहायक निदेशक विकास कुमार का कहना है कि सूखे पत्ते और टहनी को पेड़ के नीचे से साफ कर लें। पेड़ में अगर सूखी टहनी लगी है तो उसे तोड़कर हटा दें। पेड़ के आसपास की मिट्टी कोड़ लें। अगर पानी की आवश्यकता महसूस हो रही है तो पटवन करें और कंपोस्ट डालें। इसके बाद फास्फेट व पोटाश डालें। आम के पेड़ में नाइट्रोजन की मात्रा अधिक नहीं डालनी चाहिए। उन्होंने बताया कि कॉपर फ्लेम व नील ऑयल का घोल मिलाकर आम के पेड़ पर छिड़काव करें। इससे आम का मंजर झड़ेगा नही और टिकोला बेहतर निकलेगा। मंजर में कीड़े और लाही नहीं लगेगा। 

बढ़ गया आम के बगीचे का रकवा

पिछले साल आम बगीचे का रकवा 11 हजार नौ सौ हेक्टेयर में था। इस वर्ष रकवा बढ़कर 12 हजार हेक्टेयर से अधिक हो गया है। पिछले वर्ष एक लाख दस हजार 75 मीट्रिक टन आम की पैदावार हुई थी। इस वर्ष दो लाख मीट्रिक टन से अधिक आम की पैदावार होने की संभावना है। सहायक उद्यान पदाधिकारी के अनुसार कुछ दिनों तक अगर आंधी-बारिश नहीं हुई तो बंपर आम की पैदावार होगी। अभी आम के फसल के अनुकूल गर्मी पड़ रही है। 

मौसम पर किसान ध्यान दें

किसान केवीके के मौसम पर ध्यान दें। मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार आम किसान को काम करना चाहिए। मौसम के अनुरूप पेड़ पर छिड़काव करना चाहिए। तेज धूप व गर्मी पडऩे पर खेत का पटवन करना चाहिए, ताकि आम के खेत में नमी बरकरार रहे। अगर इसी तरह का मौसम कुछ दिनों तक बना रहा तो आम को पिछले वर्ष की तरह नुकसान नहीं पहुंचेगा। पिछले वर्ष 30 से 40 फीसद आम की फसल कीड़ा लगने के कारण बर्बाद हो गया था। 

बड़े बगीचों की हो गई बिक्री

आम की अच्छी फसल होने की संभावना को देखते हुए व्यापारियों ने बड़े बगीचों को खरीद लिया है। सरकारी आम के पेड़ की नीलामी हो गई है। व्यापारी अपने स्तर से आम की देखभाल करने लगे हैं। आम के पेड़ पर मंजर देखकर व्यापारी खुश हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ऊंचे दाम देकर आम के बगीचे की खरीद हुई है। 

आम की फसल के लिए मौसम अनुकूल है। कुछ दिनों तक मौसम इसी तरह रहा तो बंपर आम की पैदावार होगी। अभी किसानों को आम के पेड़ पर नीम ऑयल व कॉपर फ्लेम का छिड़काव करना चाहिए। - विकास कुमार, सहायक उद्यान पदाधिकारी 

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