शुद्ध पेयजल के लिए छह महीने करना होगा इंतजार

सुल्तानगंज और नाथनगर प्रखंड के फ्लोराइड व आर्सेनिक प्रभावित क्षेत्रों की दो लाख आबादी को पानी के लिए इंतजार करना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 08:11 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 08:11 PM (IST)
शुद्ध पेयजल के लिए छह महीने करना होगा इंतजार
शुद्ध पेयजल के लिए छह महीने करना होगा इंतजार

भागलपुर। सुल्तानगंज और नाथनगर प्रखंड के फ्लोराइड व आर्सेनिक प्रभावित क्षेत्रों की दो लाख की आबादी को शुद्ध पेयजल के लिए अभी छह माह और इंतजार करना पड़ेगा।

जिले के नाथनगर और सुल्तानगंज प्रखंड के आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए 96 करोड़ की लागत से सुल्तानगंज में बहुग्रामीण जलापूर्ति की योजना बनी थी। ट्रीटमेंट प्लान के जरिए इन प्रखंडों की दो लाख आबादी को शुद्ध पेयजल मुहैया कराना है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) के मंत्री विनोद नारायण झा ने अप्रैल तक हर घर नल का जल के तहत शुद्ध पेय जलापूर्ति कराने की बात कही थी। लेकिन लॉकडाउन के कारण 25 मार्च को काम बंद करना पड़ा।

इस योजना के तहत गंगा तट पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा। जलमीनार बनाकर पाइपलाइन के जरिए स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जुलाई से पहले निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद कम है। काम शुरू होने पर निर्माण पूरा होने में कम से कम चार माह लग सकता है। बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के पूरा होने तक सुल्तानगंज व नाथनगर प्रखंड के लोगों को हैंडपंपों के पानी पर निर्भर रहना पड़ेगा। हालांकि फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों के हैंडपंपों में पीएचईडी द्वारा फ्लोराइड रिमूवल अटैचमेंट यूनिट लगाई गई है। इधर, बहुग्रामीण जलापूर्ति योजना चार साल पूर्व ही पूरी की जानी थी, लेकिन तकनीकी कारणों के कारण यह समय पर पूरी नहीं हो सकी।

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कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण 25 मार्च से बहुग्रामीण जलापूर्ति का निर्माण कार्य बंद है। ठीकेदार को जल्द कार्य पूरा करने को कहा गया है।

-सुभाष चंद्र सिन्हा, कार्यपालक अभियंता, पश्चिम क्षेत्र।

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