जल संरक्षण की मुहिम को लगेगा पंख... बांका में जल-जीवन-हरियाली मिशन के तरह 420 तालाबों का होगा निर्माण, सरकार करेगी मदद

बांका में जल संरक्षण की मुहिम को जल्‍द पंख लगने वाला है। यहां पर जल-जीवन-हरियाली मिशन के तहत 420 तालाब का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। सरकार की ओर से इसके लिए अनुदान दिया जाएगा।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 03:57 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 03:57 PM (IST)
जल संरक्षण की मुहिम को लगेगा पंख... बांका में जल-जीवन-हरियाली मिशन के तरह 420 तालाबों का होगा निर्माण, सरकार करेगी मदद
बांका में जल संरक्षण की मुहिम को जल्‍द पंख लगने वाला है।

संवाद सूत्र, बांका। जल जीवन हरियाली योजना के तहत कृषि विभाग द्वारा जिले में 420 तालाब का निर्माण कराया जाना है। इसमें विभाग द्वारा तालाब का निर्माण कराने पर अनुदान भी दिया जा रहा है। इसके लिए किसानों से ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन मांगा गया था। इसमें अभी तक 242 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। वहीं, 23 तालाब पूर्ण होने पर इसे पेमेंट के लिए विभाग को भेजा गया है।

 एक एकड़ जमीन पर तालाब के निर्माण पर सरकार दे रही अनुदार 

जिला कृषि पदाधिकारी विष्णुदेवे कुमार रंजन ने बताया कि सरकार द्वारा जल जीवन हरियाली योजना के तहत किसानों को एक एकड़ जमीन पर तालाब का निर्माण कराने के लिए अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए दो तरह के पात्रता तय किया गया है। किसान समूह या व्यक्तिगत रूप से इसका लाभ ले सकते है। इसका लाभ लेने के लिए किसानों से ऑनलाइन के माध्यम से कृषि विभाग के वेबसाइट पर आवेदन मांगा गया था। इसमें 242 आवेदन स्वीकृत किए गए है। वहीं 23 तालाब पूर्ण किया गया है। इसका एमबी बनाकर पेमेंट के लिए विभाग को भेजा दिया गया है।

 लोगों को किया जा रहा जागरूक 

जल जीवन हरियाली मिशन के तहत जिला प्रशासन की ओर से लोगों को पौधारोपण, जल संरक्षण आदि के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। वन विभाग की ओर से रोड किनारे बड़ी संख्‍या संख्‍या में पौधारोपण भी कराया गया है। साथ ही जीविका की ओर से भी पौधारोपण कराया जा रहा है। साथ ही लोगों को जीविका दीदी भी जागरूक कर रही हैं।  

जल जीवन हरियाली योजना के तहत जिले में 420 तालाब का निर्माण किया गया है। इसमें 242 आवेद स्वीकृत किए गए है। वहीं अन्य आवेदनों की जांच कर जल्द ही सभी आवेदन स्वीकृत किए जाएंगे। ताकि अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सके। -विष्णुदेव कुमार रंजन, जिला कृषि पदाधिकारी, बांका

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