पानी पानी हुआ किसानों का 'अरमान'
बाथ प्रखंड कीधांधी-बेलारी पंचायत स्थित सियाडीह व कस्टिकरी मौजा के बीच अवस्थित नांजा डांर के पानी की निकासी नहीं होने से हजारों किसानों की धान लगी फसलें डूब गई हैं।
बाथ, सुल्तानगंज : (भागलपुर)। प्रखंड कीधांधी-बेलारी पंचायत स्थित सियाडीह व कस्टिकरी मौजा के बीच अवस्थित नांजा डांर के पानी की निकासी नहीं होने और दोना के समीप बीयर निर्माण नहीं हो पाने की वजह से सियाडीह व कस्टिकरी के 26 से अधिक किसानों के अरमान पानी पानी हो गए हैं। 60 एकड़ से अधिक जमीन में कई दिनों से जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। धान की फसल गलने व मेहनत एवं पूंजी बर्बाद हो जाने की वजह से किसान काफी चितित हैं।
सियाडीह के किसान गया प्रसाद राय की चार एकड़ जमीन, आलोक चौधरी सात एकड़, देवसरी शर्मा चार एकड़, नित्यानंद चौधरी चार एकड़, सहजानंद चौधरी तीन एकड़, माहेश्वरी शर्मा चार एकड़, अनिरुद्ध शर्मा सात एकड़, विजय राय चार एकड़, प्रवीण चौधरी दो एकड़, बालमुकुंद शर्मा एक एकड़, राजाराम शर्मा दो एकड़, प्रकाश शर्मा दो एकड़, सीताराम शर्मा तीन एकड़, सुभाष शर्मा दो एकड़, सच्चिदानंद शर्मा एक एकड़, चंद्रदेव चौधरी दो एकड़, राम किशोर शर्मा एक एकड़, कौशल किशोर चौधरी दो एकड़ जमीन में धान रोपा किया और कस्टिकरी के किसान भिखारी सिंह एक बीघा, मानेश्वर सिंह एक बीघा, सुभाष सिंह तीन बीघा, रंजीत सिंह तीन बीघा, बबलू झा दो बीघा, अरविद झा सात कठ्ठा व घोंघों झा ने सात कठ्ठा जमीन में धान रोपा था। उक्त सभी खेतों में धान का पौधा पानी से डूबा हुआ है।
उधर, सुल्तानगंज कृषि पदाधिकारी अजयमणि बोले कि किसान सलाहकार को भेजकर जांच रिपोर्ट तैयार करवाते हैं। वहीं, दूसरी ओर किसानों की समस्या संबंधित जानकारी के लिए सुल्तानगंज सीओ शंभू शरण राय के सरकारी मोबाइल नंबर पर कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन सीओ फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा।