टीएमबीयू पर परीक्षा को लेकर हंगामा... सेमेस्टर चार की परीक्षा रद होने पर छात्रों ने दिया धरना, जानिए क्या है मामला

भागलपुर में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए टीएमबीयू प्रशासन ने सारी परीक्षाए रद कर दिया है। इसको लेकर छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया है। छात्र परीक्षा लेने की मांग पर अड़े हैं इसको लेकर कुलसचिव के कक्ष के बाहर धरना दिया।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 11:20 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 11:20 AM (IST)
टीएमबीयू पर परीक्षा को लेकर हंगामा... सेमेस्टर चार की परीक्षा रद होने पर छात्रों ने दिया धरना, जानिए क्या है मामला
भागलपुर में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए टीएमबीयू प्रशासन ने सारी परीक्षाए रद कर दिया है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण टीएमबीयू ने सेमेस्टर चार (सत्र : 2017-19) समेत अन्य परीक्षाओं को रद कर दिया है। इस वजह से शुक्रवार को काफी संख्या में विभिन्न विषयों के सेमेस्टर चार के विद्यार्थी कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता से मिलने विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन पहुंचे। यह देख कुलसचिव डॉ. निरंजन प्रसाद यादव ने उनसे वार्ता करनी चाही। लेकिन वे लोग कुलपति से मिलने की मांग को लेकर कुलसचिव कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।

दो छात्रों को बुलाया वार्ता के लिए

धरना बैठे छात्रों की जानकारी होने पर कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक डॉ. अरुण कुमार सिंह और प्रतिकुलपति प्रो. रमेश कुमार को अपने कक्ष में बुलाया। इसके बाद दो छात्रों को वार्ता के लिए बुलाया। धरने पर बैठे दो छात्र वार्ता के लिए कुलपति के पास गए। उन लोगों ने कहा कि उन लोगों का परीक्षा फार्म काफी पहले भरा लिया गया है। स्थिति ठीक होने के बाद भी उनकी परीक्षाएं नहीं हुई। अब परीक्षा तिथि निकाली गई तो परीक्षा ही स्थगित कर दी गई। उन लोगों ने मांग की या तो उनकी परीक्षाएं ली जाए या उन्हें प्रोन्नत किया जाए।

अधिकारियों के साथ करेंगी बैठक

कुलपति ने छात्रों को बताया कि कोविड के बढ़ते प्रभाव के कारण ऐसा निर्णय लिया गया है। विश्वविद्यालय के पीजी विभागों, कॉलेजों के कई कर्मी व शिक्षक संक्रमित हो गए हैं। ऐसे में छात्रों की सुरक्षा को लेकर यह निर्णय लिया गया है। हालांकि कुलपति ने कहा कि यदि छात्र परीक्षा देना चाहते हैं तो वे इस संबंध में अपने अधिकारियों के साथ बैठकर विचार विमर्श करेंगे कि फाइनल इयर के छात्र छात्राओं की परीक्षा कैसे ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि इस विकल्प पर विचार किया जाएगा कि परीक्षा केंद्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी कर दी जाएगी। ताकि शारीरिक दूरी नियमों का पालन हो सके।

शिक्षक और कर्मचारी संघ कर चुके हैं बंद करने की मांग

बता दें कि इससे पहले शिक्षक संघ और कर्मचारी संघ पहले ही विश्वविद्यालय, कॉलेज और पीजी विभागों को बंद करने की मांग कर चुके हैं। राज्य सरकार के निर्देश पर कॉलेज और पीजी विभागों की कक्षाएं भी स्थगित कर दी गई है। ऐसे में परीक्षा की तिथि दोबारा से जारी होने के बाद इसका विरोध हो सकता है।  

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