बिन मांगे बरसात-किसानों के धुल रहे अरमान, जमुई के चार प्रखंडों के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें

बिहार में बिन मौसम बरसात हो रही है। ऐसे में किसानों का कहना है कि बिन मौसम ही नहीं बिन मांगे बरसात से उनकी धान की फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है। कृषि विज्ञानी भी कहते हैं कि धान के लिए बारिश...

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:44 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:44 PM (IST)
बिन मांगे बरसात-किसानों के धुल रहे अरमान, जमुई के चार प्रखंडों के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें
बिन मौसम बरसात से धान की फसल को पहुंची क्षति।

जेएनएन, जमुई। बिन मांगे बरसात ने किसानों के सपनों पर पानी फेर दिया है। इस बार दाना से भरे लहलहाते धान के खेत को देख किसानों के हौसले बुलंद थे। आंखों में सपने पल रहे थे। सोमवार को हुई बारिश व तेज हवा से कई एकड़ खेत में लगे धान के फसल खेतों में गिर पड़े। जानकारों के अनुसार इससे 10-20 फीसद उत्पादन को नुकसान होने का अनुमान है। चिंता वाली बात यह है कि बुधवार को भारी बारिश का पूर्वानुमान है। कृषि विज्ञानी के अनुसार खेत में धान फसल के गिरने से शत-प्रतिशत उत्पादन का नुकसान होता है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डा सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि गिरे धान में दाना नहीं भर पाता है।

उन्होंने बताया कि इस बारिश से लंबी अवधि वाले धान फसल को फायदा हुआ है। बताया कि धान पौधे में दाना भरने से फसल भारी हो जाता है। बारिश से नमी के कारण फसल की जड़ का जमीन पर पकड़ कमजोर हो जाता है जिससे हवा चलते ही फसल खेत में गिर जाती है और दाना पूरी तरह भर नहीं पाता है। बता दें कि इस वर्ष जिले में लक्ष्य से अधिक रकवा में धान की रोपनी हुई थी। कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष 63 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य के विरुद्ध 68792 हेक्टेयर में धान की रोपनी हुई थी।

सिकंदरा: बारिश से प्रखंड में धान की फसल काफी प्रभावित हुई है। अकौनी गांव के किसान अभय सिंह ने बताया कि बारिश ने उन्हें काफी नुकसान पहुंचाया है। बारिश के साथ तेज हवा ने उनके चार एकड़ में लगे धान के पौधे को पूरी तरह नीचे गिरा दिया है जिससे 50 हजार रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। इसी तरह किसान चंदन कुमार का तीन एकड़ में लगा धान की फसल नीचे गिर गया। बताया कि फसल नीचे गिर जाने से अब उसमें दाना बन नहीं पाएगा। किसान दिनेश ङ्क्षसह, अविनाश कुमार समेत दर्जनों किसानों के धान की फसल प्रभावित होने की बात बताई। किसानों ने बताया कि तेज हवा ने नुकसान पहुंचाया।

लक्ष्मीपुर: प्रखंड में बेमौसम बारिश और तेज हवा धान की फसल को क्षति पहुंची है। गौरा गांव निवासी किसान विश्व मोहन सिंह के एक एकड़, हरला पंचायत के मसले गांव निवासी संजय मंडल के आधा एकड़, डोमाचक गांव में अरुण यादव के एक एकड़, मेदनीपुर गांव निवासी अरविंद मंडल के आधे एकड़ में लगा धान फसल हवा और बारिश के कारण गिर गया।

खैरा : प्रखंड क्षेत्र में बीते सोमवार की देर रात हवा के साथ हुई बारिश के कारण धान की खड़ी फसल खेतों में गिर गई है। इससे किसान हताश हैं। रायपुरा पंचायत के पीपराटांड गांव निवासी परमेश्वर यादव, कृष्णा यादव, बड़ीबाग गांव निवासी भुनेश्वर यादव, राजू यादव ने बताया कि बारिश के साथ आंधी की तरह हवा चलने के कारण खेतों में बालियां लिए धान फसल गिर गई है। खेत में पानी लगा है। ऐसे में नुकसान होने की चिंता खाए जा रही है। अरूणाबांक पंचायत के अधिकांश गांव में भी खड़ी धान की फसल खेत में सो गई है।

अलीगंज: प्रखंड क्षेत्र में बीते सोमवार की देर रात अचानक तेज बारिश होने से किसानों के चेहरे पर खिले मुस्कान पर अचानक पानी फिर गया है। बेमौसम बारिश से धान की फसल को भारी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। किसान ब्रह्मदेव सिंह, प्रभु दयाल सिंह, गोरेलाल यादव, मनोज यादव, राजो यादव, दिनेश सिंह, मुकेश यादव, धर्मेद्र कुशवाहा,मुन्ना सिंह आदि ने बताया कि धान की फसल खेतों में गिर गई है। जिससे उपज में काफी गिरावट आएगी। किसानों ने बताया कि धान की फसल तैयार हो चुके थे। प्रखंड कृषि पदाधिकारी नागेन्द्र पूर्वे ने बताया कि बारिश से कुछ नुकसान होने का अनुमान है, लेकिन जो फसल तैयार हो रहा है और अभी बाली निकल रहा है उसमें नुकसान होने की उम्मीद कम है।

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