Bihar Unlock Guideline: कोरोना संक्रमितों की संख्‍या घटी, खुल सकते हैं भागलपुर के शिक्षण संस्‍थान, संभावित गाइडलाइन

Bihar Unlock Guideline बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण घटता जा रहा है। इस कारण उम्‍मीद जताई जा रही है कि शीघ्र ही शिक्षण संस्‍थान खोले जाएंगे। साथ ही यह भी कहा गया है कि बहुत हद तक अन्‍य व्‍यवस्‍था भी पटरी पर आ जाएगी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 01:10 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 01:35 PM (IST)
Bihar Unlock Guideline: कोरोना संक्रमितों की संख्‍या घटी, खुल सकते हैं भागलपुर के शिक्षण संस्‍थान, संभावित गाइडलाइन
कोरोना काल में शिक्षा व्‍यवस्‍था चौपट हो गई है।

भागलपुर, ऑनलाइन डेस्‍क। Bihar Unlock Guideline: बिहार में लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक की प्रक्रिया धीरे-धीरू शुरू हो रही है। दो वर्षों से शिक्षण संस्‍थान बंद हैं। अब इसे खोलने की तैयारी की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि जुलाई माह से सभी शिक्षण संस्‍थान खोल दिए जाएंगे। लेकिन इस दौरान कोरोना गाइडलाइन के तहत शिक्षण संस्‍थान संचालित किए जाएंगे। अगर सबकुछ ठीक रहा तो भागलपुर सहित पूर्व बिहार, सीमांचल और कोसी इलाकों के भी शिक्षण संस्‍थान खुल जाएंगे।

साथ ही राज्‍य के सभी स्‍कूल-कॉलेजों के खुलने की संभावना है। बिहार के के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी की ऐसी संभावना जताई है। उन्‍होंने इस संबंध में ट्वीट किया है। विदित हो कि बिहार में पूरे कोरोना काल में शिक्षण संस्‍थान बंद कर दिए गए हैं। परीक्षाएं स्‍थगित हैं। कई परीक्षाओं को रद कर दिया हे। अभी ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन हो रहा है।

खोले जा सकते हैं शिक्षण संस्‍थान

बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार घट रहा है। इसलिए संभावना है कि जुलाई से शिक्षण संस्‍थान खोले जा सकते हैं। ऑफलाइन क्लास होने की संभावना हे। हालांकि, ऐहतियाती उपाय के साथ शिक्षण संस्‍थान खोले जाएंगे। शिक्षण संस्‍थाओं को कोरोना गाइडलाइन का सख्‍ती से पालन करना होगा।

इस संबंध में आनंदराम ढांढनियां सरस्‍वती विद्या मंदिर, भागलपुर के प्राचार्य अनंत कुमार सिन्‍हा ने कहा कि कोरोना काल में सबसे ज्‍यादा नुकसान शिक्षण संस्‍थान और छात्रों को हुआ है। सरकार को चाहिए कि कुछ कठोर निर्णय लेते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकें। साथ ही शिक्षण संस्‍थान को पुन: चालू कराएं। बच्‍चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है। ऑनलाइन पढाई हो रही है। लेकिन इसका सीधा असर बच्‍चों का पड़ रहा है। लगातार इंटरनेट मीडिया से जुड़े रहना बच्‍चों के लिए उचित नहीं है। साथ ही जिस तरह की पढ़ाई शिक्षण संस्‍थानों में आकर की जाती है, उस तरह पढ़ाई ऑनलाइन के माध्‍यम से नहीं हो रही है। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई क‍ि अगर सब कुछ ठीक रहा है जुलाई से पठन-पाठन प्रारंभ होगा। उन्‍होंने यह भी मांग की है कि बच्‍चों को भी अगर कोरोना रोधी टीका लगवा दिया जाए, तो कोरोना से बचा जा सकता है। इसके लिए सरकार को चाहिए के बच्‍चों के लिए शीघ्र टीका का निर्माण कराएं।

माउंट असिसी स्‍कूल भागलपुर के वरीय शिक्षक मनीष कुमार झा ने कहा कि अभी ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। अगर सरकार ने शिक्षण संस्‍थान को खोलने की अनुमति दी तो विद्यालय सभी कोरोना गाइडलाइन का पालन करेगी। विद्यालय में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैले, इसका पूरा ध्‍यान रखा जाएगा। उन्‍होंने कहा कि स्‍कूल बंद रहने से पढ़ाई प्रभावित हुई है। कई परीक्षाएं भी स्‍थगित हैं तो कई रद हो गए। उन्‍होंने कहा बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण घट रहा है, यह अच्‍छी बात है। इसलिए सरकार को चाहिए कि शिक्षण संस्‍थान के बारे में जल्‍द से जल्‍द कुछ निर्णय ले ताकि बच्‍चों का बेहतर पढ़ाई हो।

संभावित गाइडलाइन

शादी विवाह में 50 लोग शामिल हो सकते हैं। लेकिन डीजे नहीं बजेगा।

दाह संस्‍कार के दौरान भी 50 लोग शामिल होने पर सहमति बन सकती है।

प्रतिदिन दुकानों को खोला जा सकता है।

नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा।

वाहनों के परिचालन की अनुमति कुछ नियमों की साथ दी जा सकती है।

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