चाचा पशुपति ने चिराग पर किया कटाक्ष, मुकेश सहनी ने लालू परिवार पर साधा निशाना, तारकिशोर ने कही ये बात
मुंगेर के तारापुर उपचुनाव के लिए एनडीए प्रत्याशियों के लिए दिग्गजों ने चुनावी सभा को संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने चिराग पासवान पर कटाक्ष किया तो वहीं मंच पर मौजूद मुकेश सहनी ने लालू परिवार पर जोरदार हमला बोला...
संवाद सूत्र, संग्रामपुर (मुंगेर)। तारापुर उपचुनाव: केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार काम से हर तबके के लोग खुश हैं। हर क्षेत्र में सर्वांगीण विकास हो रहा है। विकास के काम को देखें, विपक्ष के बहकावे नहीं आएं। पशुपति ने इशारे (चिराग पासवान) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग एनडीए गठबंधन के विरोध में प्रत्याशी नहीं उतारते तो 2020 में एनडीए 200 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करती। उप चुनाव में राजग गठबंधन पूरी एकजुटता के साथ मैदान में हैं। विकास के नाम पर एनडीए प्रत्याशी राजीव कुमार सिंह के पक्ष में मतदान कर उन्हें विधानसभा भेजने का काम करें।
केंद्रीय मंत्री संग्रामपुर में रविवार को चुनावी सभा कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव दलित व महादलित को अपमानित करने का काम किया है। एनडीए में इन्हें सम्मान दिया गया। राजद और एनडीए में यही अंतर है।
जंगल राज से मिली निजात-डिप्टी सीएम
उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि राजद ने 15 वर्षों तक शासन किया, कोई विकास का काम नहीं हुआ। जबसे एनडीए की सरकार बनी है हर तरफ विकास ही दिख रहा है। तेजस्वी यादव लोगों को गुमराह कर रहे हैं, अब कौन से विकास की बात कर जनता को भ्रमित करना चाहते हैं। राज्यसभा सदस्य रामनाथ ठाकुर ने कहा कि सूबे का विकास दिख रहा है। नेता प्रतिपक्ष लोगों को झूठ-फरेब फंसाना चाहते हैं। सभा को पूर्व विधायक मनजीत ङ्क्षसह, श्याम बिहारी ङ्क्षसह, प्रफुल्ल मांझी, अरुण कुमार मांझी, एनडीए प्रत्याशी राजीव कुमार ङ्क्षसह, भाजपा विधायक प्रणव कुमार थे। अध्यक्षता पूर्व प्रमुख भुनेश्वर मांझी व संचालन प्रखंड जदयू अध्यक्ष कमल नयन सिंह ने की।
जिससे घर नहीं संभल रहा वह बिहार कैसे संभालेगा : सहनी
वीआइपी नेता सह मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि जिस आदमी से घर नहीं संभल रहा, वह राज्य को संभालने की बात कर रहे हैं। लालू प्रसाद जोड़-तोड़ के महारथी हैं। जब जरूरत होती है तो दलितों व महादलितों को जोड़कर काम निकाल लेते हैं, फिर अपमानित करके भगा देते हैं। 2020 में सभी ने देखा कि किस तरह से राजद ने धोखा दिया।