जमुई में दुर्घटनाग्रस्त होने से बची जनशताब्दी एक्सप्रेस, हावड़ा से जा रही पटना

पटना-हावड़ा रेलखंड के झाझा स्टेशन पर जनशताब्दी एक्सप्रेस के इंजन में दो गाय फंस जाने से रेल परिचालन प्रभावित हुई। आधे घंटे तक यह ट्रेन यहां रुकी रही। काफी मशक्कत के बाद इंजन के बीच फांसी गायों को बाहर निकाला गया। इसमें दोनों गायें जख्‍मी हुई हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 11:45 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 11:45 AM (IST)
जमुई में दुर्घटनाग्रस्त होने से बची जनशताब्दी एक्सप्रेस, हावड़ा से जा रही पटना
जमुई के झाझा रेलवे स्‍टेशन पर ट्रेन के बीच में फंस गई गाएं।

संवाद सूत्र, झाझा (जमुई)। पटना-हावड़ा रेलखंड के झाझा स्टेशन पर बुधवार की देर शाम प्लेटफार्म पर खड़ी हो रही जनशताब्दी एक्सप्रेस के इंजन में दो गाय के प्रवेश हो जाने से ट्रेन आधा घंटा तक स्टेशन पर खड़ी रही। वहीं गायों को बचाने के लिए कई युवक, आरपीएफ, रेल पुलिस, स्टेशन मास्टर सहित अन्य कर्मचारी काफी परेशान रहे। काफी मशक्कत के बाद प्लेटफार्म एवं ट्रेन के इंजन के बीच फांसी गायों को बाहर निकाला गया। गाय जख्‍मी हो गई। गाय का इलाज चल रहा है। इस दौरान चालक की सूझबूझ से बड़ी दुर्घटना होते-होते बची। ट्रेन आधा घंटा से अधिक समय तक स्टेशन पर खड़ी रही।

जनशताब्दी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय 7:05 बजे झाझा स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर प्रवेश कर रही थी। ट्रेन चालक एन प्रसाद ने बताया कि जब गाड़ी आधा से अधिक प्लेटफार्म में प्रवेश कर लिया था उसी दौरान दो गाय तेजी से रेल लाइन के इंजन एवं प्लेटफार्म के बीच खाली पड़े जगह में प्रवेश कर गई। गाड़ी को तत्‍काल ब्रेक लगाकर खड़ा किया गया। हालांकि ट्रेन की रफ्तार काफी कम थी। गायों को निकालने के लिए रेलवे कर्मचारी, यात्री एवं नवयुवक संघ के संयोजक गौरव सिंह राठौर ट्रेन के नीचे गए और काफी मशक्कत के बाद गायों को रस्सी के माध्यम से रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। इस दौरान आधा ट्रेन प्लेटफार्म के बाहर रही। जिसके कारण अप लाइन का परिचालन कुछ समय के लिए बाधित रहा। शाम करीब 7:35 बजे गायों को बाहर निकाला जा सका। तब ट्रेन आगे की ओर बढ़ी।दोनों गाय को हल्की चोट पहुची है। जिसका उपचार नवयुवक संघ के सदस्यों ने कराया।

यात्री गौरव सिंह राठौर ने बताया कि जनशताब्दी एक्सप्रेस से पटना जाना था। ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। जनशताब्दी प्लेटफार्म में प्रवेश कर रहा था इतने में दो गाय जों बुरी तरह से ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच फंस गई। दोनों गायों की हालत बेहद खराब थी। चोट लग जाने से गायों के शरीर से खून ज्यादा बह गया था। गौरव ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर बिना देरी किए खुद से रेस्क्यू आपरेशन करना शुरू कर दिया। कड़ी मेहनत के बाद आधा घंटा में दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद चिकित्सक को बुलाकर दोनों गाय का इलाज कराया गया। इस दौरान यात्री का कपड़ा खून से लथपथ हो गया था। रेल प्रशासन ने इस कार्य के लिए गौरव को धन्यवाद दिया। इस मौके पर स्टेशन प्रबंधक एस सोरेन, आरपीएफ, रेल पुलिस, पीडब्लूआइ आदि विभाग के अधिकारी उपस्तिथ थे।

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