खगडि़या में दशहरा की खुशी मातम में बदली, करेह नदी में डूबने से दो बच्चे की मौत

खगडि़या में दशहरा का उत्‍साह उस समय मातम में बदल गया। नदी में डूबने से दो बच्‍चे की मौत हो गई। वह साथियों के साथ नदी स्नान करने को गया था। शव बरामद कर लिया है। घटना बाद गांव में कोहराम मचा हुआ है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 01:11 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 01:11 PM (IST)
खगडि़या में दशहरा की खुशी मातम में बदली, करेह नदी में डूबने से दो बच्चे की मौत
खगडिया का करेह नदी, जहां डूबने से दो बच्‍चे की मौत हो गई।

खगड़िया,  जेएनएन। जिले के अलौली प्रखंड अंतर्गत अंबा इचरुआ पंचायत स्थित कामाथाना गांव के समीप करेह नदी में डूबने से दो बच्चे की मौत हो गई। घटना बाद गांव में कोहराम मचा हुआ है। दशहरा की खुशी मातम में बदल गई है। गांव में चूल्हे नहीं जले हैं। गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। स्थानीय गोताखोरों की मदद से दोनों शवों को सोमवार को बरामद किया गया। अलौली सीओ प्रदीप कुमार ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम में सदर अस्पताल खगड़िया भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट बाद मृतकों के निकटतम स्वजनों को सहायता राशि प्रदान की जाएगी।

मृतकों में कमाथान गांव के पृथ्वीचंद्र पासवान के दस वर्षीय पुत्र शिवबचन कुमार और जितेंद्र पासवान के नौ वर्षीय पुत्र तुलसियान कुमार शामिल हैं। जानकारी अनुसार दोनों बच्चे शिवबचन और तुलसियान रविवार की दोपहर अन्य बच्चों के साथ गांव के समीप बह रही करेह नदी स्नान को गए थे। इस दौरान शिवबचन और तुलसियान गहरे पानी में चले गए। दोनों करेह की तेज धार में बह गए। इसके बाद वहां स्नान कर रहे अन्य बच्चों ने कामाथाना आकर दोनों के स्वजनों को सूचना दी। सूचना पर स्वजन समेत ग्रामीण करेह तट पर पहुंचे। ग्रामीण गोताखोरों ने दोनों की खोजबीन शुरू की। घंटों परिश्रम बाद किसी का अता-पता नहीं चला। शाम होने पर खोजबीन अभियान बंद कर दिया गया। दोनों के स्वजन रात भर करेह तट पर ही मौजूद रहे। सुबह होने पर फिर ग्रामीण गोताखोर फिर उफनती करेह में उतरे। अथक परिश्रम बाद दोनों बच्चों का शव नदी से बाहर निकाला गया। इसके बाद स्वजनों की चित्कार से माहौल गमगीन हो उठा।

स्थानीय निवासी और अलौली प्रमुख नवीन कुमार ने मृतकों के स्वजनों को तत्काल आपदा के तहत अनुग्रह अनुदान राशि उपलब्ध कराने की मांग प्रशासन से की है। मालूम हो कि इस वर्ष अलौली प्रखंड में डूबने की कई घटना घट चुकी है। अलौली सीओ ने लोगों से अपील की है कि बच्चों को नदी में स्नान को न भेजें। नदी, धार में स्नान से सभी परहेज करें।

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