ट्रिपल आइटी भागलपुर: अब यहां नहीं घुसेगा बाढ़ का पानी, बचाव के लिए बनाए गए यह उपाय

भागलपुर गंगा तट पर स्‍थि‍त है। बाढ़ की समस्‍या बनी रहती है। यहां बाढ़ से बचाव के लिए 7.5 फीट ऊंचा बनेगा ट्रिपल आइटी का भवन। 21 दिसंबर 2020 को हुआ था शिलान्यास। 50 एकड़ में फैले परिसर में खर्च किए जाएंगे करीब 122 करोड़।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 10:47 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 10:47 AM (IST)
ट्रिपल आइटी भागलपुर: अब यहां नहीं घुसेगा बाढ़ का पानी, बचाव के लिए बनाए गए यह उपाय
ट्रिपल आइटी भागलपुर में नहीं घुसेगा बाढ़ का पानी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। जब गंगा नदी उफान पर होती है तो इसकी चपेट में कई शैक्षणिक संस्थान भी आ जाते हैं। इससे भागलपुर कालेज आफ इंजीनियर‍िंग और ट्रिपल आइटी भी प्रभावित होते हैं। ऐसे में ट्रिपल आइटी के नए भवन का निर्माण होना है। जल्द ही इसका कार्य शुरू होगा। बाढ़ से बचाव की पूरी फूल प्रूफ व्यवस्था होगी। नया भवन निर्माण स्थल की जमीन से करीब 7.5 फीट (साढ़े सात फीट) ऊंचा बनाया जाएगा। इस ऊंचाई के बाद बाढ़ की चपेट में आने से नया भवन आसानी से बच पाएगा।

निदेशक डा. अरव‍िंंद चौबे ने बताया कि नए भवन के निर्माण में हर बात का ध्यान रखा गया है। बाढ़ के समय उन लोगों ने खुद नाव से बाढ़ के पानी की गहराई निर्माण स्थल पर नापी थी। वहां करीब साढ़े चार फीट पानी था। इस हिसाब से साढ़े सात फीट उंचाई होने से बाढ़ का प्रभाव नए भवन पर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नए भवन का लेवल एनएच-80 का होगा।

प्रथम चरण में खर्च होंगे 122 करोड़

50 एकड़ में फैले ट्रिपल आइटी परिसर को विकसित करने के लिए पहले चरण में 122 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। इसका जिम्मा सीपीडब्ल्यूडी को दिया गया है। ट्रिपल आइटी की दीवारों पर विक्रमशिला विश्वविद्यालय और मधुबनी पेंटिंग, मंजूषा कला की झलक देखने को मिलेगी।

आधुनिक प्रयोगशालाओं का निर्माण

नए भवन में आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रयोगशाला तैयार होगी। 12 प्रयोशाला विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए बनेगी। भवन में सभी विभागों के विभागाध्यक्ष का कार्यालय के अलावा 21 फैकल्टी चैंबर व 12 आधुनिक सुविधाओं से लैस कक्षाएं होंगी। प्रशासनिक भवन में निदेशक के कार्यालय के अलावा कुलसचिव, कान्फ्रेंस हाल समेत अन्य प्रशासकीय कार्यालय होगा।

निदेशक के आवासीय परिसर के बगल में बनेगा महिला छात्रावास

संस्थान में पढऩे वाली छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर छात्रावासों का निर्माण होगा। इस कारण महिला छात्रावासों का निर्माण निदेशक के आवासीय परिसर के बगल में होगा। इसका निर्माण गंगा नदी की ओर रूख कर बनेगा। इसकी चाहरदीवारी भी सामान्य से उंची होगी, ताकि सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था हो सके।

बाढ़ से बचाव के लिए 7.5 फीट ऊंचा ट्रिपल आइटी का नया भवन बनेगा। एनएच-80 से लेवल हो जाने के बाद बाढ़ के समय भी विद्यार्थियों को दिक्कत नहीं होगी। - डा. अरव‍िंद चौबे, निदेशक ट्रिपल आइटी

chat bot
आपका साथी