'नेटवर्किंग' में फंसकर भागलपुर के युवक ने दे दी जान, दो माह पहले एक साथ तीन बच्‍चों के बने थे पिता

आर्थिक तंगी ने भागलपुर के एक युवक की जान ले ली। शनिवार की सुबह अपने घर पर ही उसने आत्‍महत्‍या कर ली। दो महीने पहले उसके घर एक साथ तीन बच्‍चों की किलकारी गूंजी थी। स्‍वजनों की माने तो वह पिछले...!

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 04:24 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 04:24 PM (IST)
'नेटवर्किंग' में फंसकर भागलपुर के युवक ने दे दी जान, दो माह पहले एक साथ तीन बच्‍चों के बने थे पिता
सुमन कुमार और उसकी पत्‍नी। फाइल फोटो।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। मुंदीचक दीना साहू लेन में आरएमएस से सेवानिवृत्त नंद किशोर प्रसाद के पुत्र सुमन कुमार (30) ने घर मे खुदकुशी कर ली। खुदकुशी करने के पीछे आर्थिक तंगी कारण बताया जा रहा है।

घटना के संबंध में मृतक सुमन कुमार के बड़े भाई जय किशोर प्रसाद के अनुसार शनिवार की सुवह साढ़े पांच बजे जगने के बाद वे अपने पिता के कमरे में जा रहे थे। तभी उनकी नजर उस कमरे पर पड़ी जिसमें कोई सोता नहीं था, देखा कि उनका छोटा भाई सुमन प्लास्टिक की रस्सी से लटका हुआ है।

शोर मचाने पर घर के अन्य सदस्य भी वहां जमा हो गए। तुरंत रस्सी को काटा और आनन-फानन उसे जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल ले आए। जहां डाक्टर ने सुमन को मृत घोषित कर दिया। जय किशोर ने बताया कि डेढ़-दो साल पहले वह एक नेटवर्किंग में काम करता था, जिसमे सुमन का चार-पांच लाख रुपये फंस गया था। नेटवर्किंग में काम करने वालों ने उसे दौलतमंद होने का सब्जबाग दिखाया। जिसमे वह फंस गया।

लड़के सब इनसे पैसे की तकादा करने घर आते थे। उज्जवला योजना में काम करता था। लाकडाउन के दौरान काम नहीं मिलना बंद हो गया था। बेरोजगार हो गया था। फिलहाल वह 92 वर्षीय अपने पिता का देखरेख करता था। एक तो आर्थिक तंगी उसपर रोज लड़के घर पर पैसे की मांग करने पहुंचते थे। इसकी वजह से वह परेशान रहता था। तनाव में रहता था।

सुमन के बड़े भाई जय किशोर ने बताया कि डेढ़ साल पहले उसकी शादी बांका जिला के धोरैया थाना क्षेत्र के मथुरापुर में हुई थी। दो महीने पूर्व वे एक साथ तीन संतानों के पिता बने थे, जिसमे एक लड़की और दो लड़के थे। इस संबंध में मृतक की बहन ने बताया कि पत्नी भी हमेशा काम करने के लिए कहते रहती थी। हो सकता है इस बात की भी परेशानी हो सकती है। हालांकि सुमन के ससुर बौधी मंडल ने कहा कि उसकी पुत्री रिंकी पिछले छह माह से मायके में ही रह रही थी।

प्रतिदिन दामाद यानी सुमन की रिकीं से मोबाइल पर बात होती थी। शुक्रवार की रात साढ़े आठ बजे भी पति-पत्नी की बात हुई थी और शनिवार को सुमन ससुराल भी जाने वाला था। बौधी मंडल इस बात से इन्कार कर रहे हैं कि घर मे किसी बात को लेकर किसी से झगड़ा या विवाद होने की दामाद ने कभी भी शिकायत नहीं की थी। इधर, मृतक के भाई जय किशोर ने बताया कि शुक्रवार की रात 10 बजे खाना खाने के बाद सुमन सोने चला गया था।

इस संबंध में जय किशोर के बयान पर तिलकामांझी ओपी में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

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