हैरिटेज बिल्डिंग में शामिल होगा टीएनबी कालेज का भवन
ऐतिहासिक टीएनबी कालेज का भवन हैरिटेज बिल्डिंग में शामिल होगा। इसके लिए सरकार स्तर पर योजना बनाई जा रही है।
भागलपुर। ऐतिहासिक टीएनबी कालेज का भवन हैरिटेज बिल्डिंग में शामिल होगा। इसके लिए सरकार स्तर से कवायद शुरू कर दी गई है। इस सूची में टीएनबी कालेज के अलावा मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कालेज का भी नाम इसमें शामिल है। हैरिटेज बिल्डिंग घोषित करने के लिए कालेज स्तर से सारी प्रक्रिया पूरी कर दी गई है। जो दस्तावेज सरकार को चाहिए थे, वो भेजे जा चुके हैं। इस संबंध में राम चंद्र पूर्वे ने विधानसभा सत्र के दौरान सवाल उठाया था।
उन्होंने अपने प्रश्न में भवन निर्माण मंत्री से पूछा था कि क्या सही है कि सन 1853 में स्थापित टीएनबी कालेज, भागलपुर तथा 1899 में स्थापित लंगट सिंह कालेज, मुजफ्फरपुर का भवन स्थापत्य कला की अनूठी कृति के रूप में दर्शनीय हो गया है? क्या यह सही है कि इन दोनों कालेजों के पुरातन एवं आकर्षण भवन को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), नई दिल्ली द्वारा हेरिटेज बिल्डिंग का दर्जा दिया है? और क्या यह सही है कि इन दोनों कालेजों के हेरिटेज बिल्डिंग की सुरक्षा एवं समय-समय पर संरक्षण आवश्यक हो गया है?
श्री पूर्वे के सवाल पूछे जाने के बाद 20 अगस्त को भवन प्रमंडल, भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ई. विनय कुमार सिंह ने टीएनबी कालेज के प्राचार्य को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने श्री पूर्वे द्वारा उठाए गए सवाल का जिक्र किया है। उन्होंने टीएनबी कालेज से संबंधित दस्तावेजों की मांग की है। जिसे कालेज प्रशासन ने संबंधित विभाग को भेज दिया है। इस दिशा में कार्रवाई चल रही है।
डा. संजय कुमार चौधरी ने बताया कि हैरिटेज बिल्डिंग घोषित होने की कार्रवाई सरकार स्तर से चल रही है। इसके घोषित होने के बाद यहां के भवनों का संरक्षण होगा। जर्जर हो रही ऐतिहासिक बिल्िडग को सरकार स्तर से मानिटरिग कर ठीक किया जाएगा। इसके अलावा किसी भी कालेज को आटोनोमस होने के लिए उसकी बिल्डिंग को हैरिटेज होना जरूरी है। यदि ऐसा होता है तो कालेज आटोनोमस होने की दिशा में अपना पहला कदम बढ़ाएगी। तब विश्वविद्यालय केवल परीक्षाओं को संचालन कराएगी। विद्यार्थियों को कालेज से सर्टिफिकेट से मिला है।