TMBU : पूर्व विकास पदाधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप, तीन सदस्यीय कमेटी ने शुरू की जांच
टीएमबीये पूर्व विकास पदाधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। इस मामले को लेकर टीएमबीयू की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने जांच का आदेश दिया था। उनके निर्देश पर कुलसचिव डा. निरंजन प्रसाद यादव ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के पूर्व विकास पदाधिकारी पर खगडिय़ा के छात्र नेता पप्पू पांडेय ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री और राजभवन को शिकायत भेजा है। जिसमें उन्होंने डा. सहाय पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले को लेकर टीएमबीयू की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने जांच का आदेश दिया था। उनके निर्देश पर कुलसचिव डा. निरंजन प्रसाद यादव ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है।
जांच कमेटी में डीन एकेडमिक्स डा. अशोक कुमार ठाकुर, प्राक्टर रतन मंडल और डा. जगधर मंडल को शामिल किया गया। कमेटी ने इस मामले में पूरी जानकारी लेने के बाद डा. सहाय से स्पष्टीकरण की मांग की। उन्होंने तीन दिन पूर्व प्राक्टर डा. मंडल को अपना स्पष्टीकरण सौंप दिया है। सूत्रों की मानें तो इस शिकायत के बाद ही पीजी रसायन विभाग के शिक्षक डा. अभयानंद सहाय ने टीएमबीयू में विकास पदाधिकारी के पद से 19 जुलाई को इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद उन्हें विवि की सारी अतिरिक्त जिम्मेवारियों से मुक्त कर दिया गया था। इस लेकर कुलसचिव ने अधिसूचना जारी की थी।
इस पूरे मामले में पूर्व विकास पदाधिकारी डा. सहाय ने कहा है कि सारे आरोप बेबुनियाद और साजिश के तहत लगाए गए हैं। विवि की कमेटी ने उनसे जवाब मांगा था। वो दे दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में शिकायत करने वाला व्यक्ति इलाजरत है। उससे संपर्क किया गया तो उसने खुद कहा कि शिकायत के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके पूर्व भी मेरे पर भ्रष्टाचार का आरोप बदनाम करने के उद्देश्य से लगाया गया था।
कुलपति के निर्देश पर पूर्व विकास पदाधिकारी पर लगे आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। जो मामले की जांच कर रही है।
- डा. निरंजन प्रसाद यादव,