TMBU: प्रश्न पत्र लीक मामले में दो कर्मचारियों पर एफआईआर, जानिए क्या है मामला

प्रश्न पत्र लीक मामले में टीएमबीयू के दो कर्मचारियों पर अब केस दर्ज किया गया है। केस दर्ज करने के लिए प्रॉक्टर ने तीन सदस्यीय कमेटी की जांच रिपोर्ट को आधार बनाया है। कुलपति की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 08:00 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 08:00 AM (IST)
TMBU: प्रश्न पत्र लीक मामले में दो कर्मचारियों पर एफआईआर, जानिए क्या है मामला
प्रश्न पत्र लीक मामले में टीएमबीयू के दो कर्मचारियों पर अब केस दर्ज किया गया है।

 जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में नई कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता आते ही एक्शन में हैं। उनके निर्देश पर गुरुवार को प्रॉक्टर डॉ. रतन मंडल ने तीन माह पूर्व हुए प्रश्न पत्र लीक मामले में परीक्षा विभाग के तृतीय वर्गीय कर्मी सुनील कुमार और चतुर्थवर्गीय कर्मी सत्येन्द्र कुमार साह के विरूद्ध केस दर्ज करने के लिए विश्वविद्यालय पुलिस चौकी में आवेदन दिया है। चौकी इंचार्ज श्रीकांत चौहान ने केस दर्ज कर लिया है। 

कमेटी की जांच रिपोर्ट को बनाया गया आधार

केस दर्ज करने के लिए प्रॉक्टर ने तीन सदस्यीय कमेटी की जांच रिपोर्ट को आधार बनाया है। यह रिपोर्ट डॉ. केष्कर ठाकुर, डॉ. हलीम अख्तर और डॉ. अमिताभ चक्रवर्ती की तीन सदस्यीय कमेटी ने दी थी। इसमें जिक्र किया गया है कि सात दिसंबर को सूचना मिली कि बीएससी स्नातक पार्ट थ्री गणित का प्रश्न पत्र कुछ अज्ञात छात्रों ने डॉ. अमिताभ चक्रवर्ती को दिया था। परीक्षा दूसरी पाली में थी। जबकि प्रश्न पहली पाली में ही लीक हो गया। इसको लेकर तत्काल परीक्षा को रद कर दिया गया। इसके बाद तत्कालीन प्रभारी कुलपति ने जांच कमेटी का गठन किया।

19 दिसंबर को कमेटी ने सौंपी थी अपनी रिपोर्ट

जब कमेटी ने जांच शुरू की तो परीक्षा विभाग की गोपनीय शाखा में छठे, सातवें और आठवें प्रश्न पत्र के पैकेट में छेड़छाड़ की आशंका हुई। यह देख कमेटी की अनुशंसा पर 12 दिसंबर और 17 दिसंबर की परीक्षाओं को रद कर दिया गया। 19 दिसंबर को कमेटी ने अपनी रिपोर्ट प्रभारी कुलपति को दी। इसके साथ उक्त दोनों कर्मियों को निलंबित कर दिया गया। किंतु मामले में केस दर्ज नहीं कराया गया।

डीएसडब्ल्यू की रिपोर्ट को किया गया दरकिनार

20 फरवरी को डीएसडब्ल्यू ने अपनी पूरी रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सौंपी, जिसमें कुछ और भी कर्मी और अधिकारियों, शिक्षकों को भी संदेह के घेरे में लाया गया। किंतु इस रिपोर्ट को दरकिनार कर पुरानी ही रिपोर्ट पर केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया। पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अब मामले की जांच शुरू करेगी। 

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