Bhagalpur: एसडीओ कार्यालय में तैनात इस कर्मचारी को भारी पड़ गया शराब पीकर हंगामा करना, डीएम ने की यह कार्रवाई

अजय को पुलिस ने 15 फरवरी 2018 में शराब के नशे में गिरफ्तार किया था। वह नशे की हालत में एक स्कूटी सवार को धक्का मारकर हंगामा कर रहा था।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 04:21 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 04:21 PM (IST)
Bhagalpur:  एसडीओ कार्यालय में तैनात इस कर्मचारी को भारी पड़ गया शराब पीकर हंगामा करना, डीएम ने की यह कार्रवाई
Bhagalpur: एसडीओ कार्यालय में तैनात इस कर्मचारी को भारी पड़ गया शराब पीकर हंगामा करना, डीएम ने की यह कार्रवाई

भागलपुर, जेएनएन। शराब पीकर हंगामा करना जिला प्रशासन के कर्मचारी अजय कुमार सिंह को महंगा पड़ गया। जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने उसे बर्खास्त कर दिया। अजय को पुलिस ने 15 फरवरी 2018 में शराब के नशे में गिरफ्तार किया था। वह नशे की हालत में एक स्कूटी सवार को धक्का मारकर हंगामा कर रहा था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ी थी। जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई थी। वह एसडीओ कार्यालय में तैनात था।

इशाकचक पुलिस ने अजय के खिलाफ दर्ज किया था केस

इशाकचक पुलिस ने अजय कुमार सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने उसे निलंबित कर खरीक प्रखंड मुख्यालय स्थानांतरित कर दिया था। साथ ही एसडीओ ने कर्मचारी के विरुद्ध आरोपपत्र गठित किया था।

शराब पीने वाले और भी आधा दर्जन कर्मचारी हैं, जिनके उपर बर्खास्तगी की तलवार लटकी है। ऐसे कॢमयों के विरुद्ध विभागीय जांच चल रही है। दो वर्ष पहले ही बरारी और जोगसर पुलिस ने शराब के नशे में कमिश्नरी के सफाई कर्मी को गिरफ्तार किया था। जांच में सभी के शराब पीने की पुष्टि हुई थी। जिसे जेल भेजा गया था।

तीन साल पहले स्टेशन चौक के पास से चार सिपाही शराब में नशे में किए गए थे गिरफ्तार

जुलाई 2017 में स्टेशन चौक स्थित पुलिस चौकी में चार सिपाही सादे लिबास में शराब पीते पकड़े गए थे। ब्रेथ एनेलाइजर टेस्ट में चारों के शराब पीने की पुष्टि हुई थी। सादे लिबास में चार सिपाहियों को तत्कालीन एसएसपी मनोज कुमार व तत्कालीन डीएसपी ने खुद चारों को शराब पीते पकड़कर जीआरपी थाने ले गई। जांच में शराब की पुष्टि होने के बाद सभी को कोतवाली थाने भेजा गया था। जहां से सभी को जेल भेज दिया गया था। बाद में एसएसपी ने सभी को बर्खास्त कर दिया था। दो पुलिसकर्मी एसएसपी कार्यालय की लेखा शाखा, जबकि दो सिपाही पुलिस लाइन में कार्यरत थे। बाद में इन कॢमयों को कोर्ट से राहत मिल गई थी। कोर्ट के आदेश पर इन कॢमयों को बहाल कर लिया गया था।

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