स्मार्ट सिटी भागलपुर की सफाई व्यवस्था में होगा सुधार, कूड़ा उठाव के लिए वाहनों की होगी खरीद
स्मार्ट सिटी भागलपुर की सफाई व्यवस्था में अब सुधार दिखेगा। शहर की सफाई जहां आउटसोर्सिंग कंपनी से कराई जाएगी वहीं कूड़ा उठाव के लिए वाहनों की खरीदारी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सफाई के लिए चार कंपनी निविदा में शामिल हुई है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार लाने को अब संसाधनों की कमी नहीं होगी। दिसंबर से शहर की सफाई जहां आउटसोर्सिंग कंपनी से कराई जाएगी, वहीं कूड़ा उठाव के लिए वाहनों की खरीदारी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सफाई के लिए चार कंपनी निविदा में शामिल हुई है। वित्तीय बिड के माध्यम से कंपनी का चयन किया जाना है। चूना-ब्लीचिंग की खरीदारी प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
पोकलेन की खरीदारी के लिए निविदा जारी कर दी गई है। इससे डंङ्क्षपग ग्राउंड में कचरे के समतलीकरण की समस्या नहीं होगी। वहीं आटो टीपर की खरीदारी को लेकर निविदा का वित्तीय बिड खोली जाएगी। मेयर सीमा साहा ने बताया कि डंपिंग ग्राउंड और सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के लिए स्वास्थ्य शाखा से विचार-विमर्श किया जाएगा। सफाई संसाधनों की कमी नहीं होगी। इसकी खरीदारी शुरू हुई तो अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। इससे पहले दो बार प्रस्ताव लाने से भी कार्य में व्यवधान हुआ है। समस्या का निदान होगा।
गंगटी में बोरिंग का कार्य पूरा, जलापूर्ति को तरस रहे लोग
जागरण संवाददाता, भागलपुर : शहर में जलापूर्ति संकट झेल रहे लोगों को राहत दिलाने में नगर निगम की लचर व्यवस्था बाधक बनती जा रही है। नगर विकास विभाग ने शहर में जल संकट को देखते हुए जनवरी 2018 में 8.74 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए थे। इसके लिए 19 डीप बोरिंग की निविदा भी निकाली गई, पर निगम की सुस्ती योजना पर भारी पड़ गई। कहीं बोङ्क्षरग का भवन और बिजली कनेक्शन का कार्य शेष है, तो कहीं डीप बोङ्क्षरग को मुख्य पाइपलाइन से जोड़ा जाना बाकी है। निविदा के तीन वर्ष बाद भी कई डीप बोङ्क्षरग का कार्य पूरा नहीं हो पाया है।
वार्ड 39 में बोङ्क्षरग बनकर तैयार है। लेकिन, ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया है। वहीं वार्ड 15 स्थित तातारपुर चौक के समीप जमीन विवाद के कारण बोरिंग का निर्माण कार्य अधर में फंसा हुआ है। इस डीप बोरिंग का कार्य आखिर कब तक पूरा होगा, इसका स्पष्ट जवाब निगम प्रशासन के पास नहीं है।