आवश्यकता से 4117 मीट्रिक टन यूरिया की कम हुई है आपूर्ति, वो भी बिक रहा कालाबाजार में

जिले में अक्टूबर से दिसंबर तक 17,146 मीट्रिक टन यूरिया खाद की आवश्यकता थी, लेकिन आपूर्ति मात्र 13,629 मीट्रिक टन ही की गई है। ज्‍यादा रकम देकर यूरिया खरीद रहे किसान।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 10:35 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 10:30 AM (IST)
आवश्यकता से 4117 मीट्रिक टन यूरिया की कम हुई है आपूर्ति, वो भी बिक रहा कालाबाजार में
आवश्यकता से 4117 मीट्रिक टन यूरिया की कम हुई है आपूर्ति, वो भी बिक रहा कालाबाजार में

भागलपुर [जेएनएन]। रबी फसल के लिए जिले में किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल रहा है। उन्हें कड़ी मेहनत के बाद भी अब खाद के अभाव में उत्पादकता घटने की चिंता सताने लगी है। खाद की दुकानों पर से विक्रेता द्वारा किसानों को यह कह कर लौटा दिया जा रहा है कि स्टॉक में यूरिया नहीं है। वहीं कहीं-कहीं खाद विक्रेता किल्लत की बात कह किसानों से प्रति बैग 266 रुपये के बजाय 350 रुपये तक वसूल रहे हैं। शाहकुंड के किसान महेंद्र सिंह, योगेंद्र यादव आदि ने बताया कि यहां खाद विक्रेता खुलेआम 350 रुपये बैग बेच रहे हैं। जिन किसानों को 10-20 किलो लेना होता है तो उससे नौ रुपये किलो के हिसाब से वसूली की जा रही है। खाद की इस कालाबाजारी पर जिला कृषि विभाग का कोई ध्यान नहीं है।

बता दें कि जिले में अक्टूबर से दिसंबर तक 17,146 मीट्रिक टन यूरिया खाद की आवश्यकता थी, लेकिन आपूर्ति मात्र 13,629 मीट्रिक टन ही की गई है। आवश्यकता से 4,117 मीट्रिक टन यूरिया की कम आपूर्ति हुई है। खुदरा खाद विक्रेता किसानों को यूरिया का आवंटन नहीं होने की बात बताकर स्टॉक में बचे यूरिया की कालाबाजारी करने में लगे हैं।

हालांकि जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार ने यूरिया की किल्लत को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता से थोड़ी कम आपूर्ति हुई है लेकिन हर जगह किसानों को खाद मिल रही है। पिछले दिनों उन्होंने नाथनगर, रन्नुचक, मंकदपुर, सन्हौला एवं गोराडीह को मिलाकर दर्जन भर खाद दुकानों का औचक निरीक्षण किया था। कुछ दुकानें बंद मिली थी। कुछ दुकानों में स्टॉक व बिक्री पंजी नहीं मिली थी।

उन्होंने गणेश कृषि केंद्र नाथनगर, प्रीतम फर्टिलाइजर, पंजाबी कृषि रन्नुचक, चौधरी कृषि केंद्र मकंदपुर, मुस्तफा खाद भंडार, जयगुरू कृषि केंद्र सहित अन्य दुकानों की जांच की थी। डीएओ ने कहा कि पिछले माह हुई बारिश के बाद एकाएक यूरिया की डिमांड शुरू हो गई थी, किल्लत की बात निराधार है। किसानों की शिकायत पर दर्जनभर खाद विक्रेता के दुकान पर छापामारी की गई है। आधा दर्जन दुकानदारों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।

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