Theft in Flipkart office: कर्मचारियों ने ही की थी तिजोरी से 16 लाख रुपये की चोरी, चार आरोपित गिरफ्तार
दुर्गा पूजा के विजयादशमी के दिन 15 अक्टूबर को लखीसराय में फ्लिपकार्ट ऑफिस की तिजोरी से 16 लाख रुपये की चोरी हुई। इस मामले में संलिप्त चार कर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने काफी संख्या में रुपये बरामद किए हैं।
जागरण संवाददाता, लखीसराय। जिला मुख्यालय स्थित एसपी आवास के नजदीक फ्लिपकार्ट कंपनी के हब (इंस्टाकार्ट सर्विस प्राइवेट) कार्यालय के कैश लाकर को खोलकर 16 लाख 76 हजार 900 रुपये नकद की चोरी कर्मियों ने ही कर ली। घटना 15 अक्टूबर विजयादशी की रात की है। अगली सुबह मामला जब पुलिस के पास पहुंचा तो 24 घंटे के बाद पूरे मामले का पर्दाफाश करते इसमें शामिल कंपनी के चार कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही चोरी किए सारे रुपये भी बरामद कर लिए गए। घटना में फ्लिपकार्ट कंपनी की सर्विस प्रोवाइडर इंस्टाकार्ट सर्विस प्राइवेट के सीनियर एरिया मैनेजर भी शामिल थे। रविवार को एसपी सुशील कुमार ने कबैया थाना में प्रेस को घटना की पूरी जानकारी दी।
विज्ञानी जांच से पुलिस को मिली सफलता
एसपी ने बताया कि सूचना पर एसडीपीओ रंजन कुमार के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई। वैज्ञानिक जांच शुरू की गई। 24 घंटे के अंदर चोरी के रुपये बरामद करते हुए घटना में शामिल सभी चार कर्मियों को गिरफ्तार कंपनी का पूर्व हब इंचार्ज नालंदा जिला के बडग़ांव-बेगमपुर के विनोद कुमार सिंंह के पुत्र सुजीत कुमार पूर्व में लखीसराय में ही कार्यरत था। वर्तमान में वह जमुई जिले के लछुआर स्थित कार्यालय में कार्यरत है। उसने लाकर की डुप्लीकेट चाबी तैयार कर रखी थी।
शुक्रवार की रात लखीसराय स्थित कंपनी के कार्यालय में पार्टी हुई। वहां सुजीत ने कंपनी के हब इंचार्ज पश्चिम बंगाल के हुगली जिला के उत्तर पारा थाना अंतर्गत माकल तले के गीतानाथ मिश्रा के पुत्र मिहिर कुमार, सीनियर एरिया मैनेजर मुंगेर जिला के तारापुर थाना क्षेत्र के तारापुर उर्दू चौक के वली आलम के पुत्र मु. अफरोज और लखीसराय थाना क्षेत्र के हसनपुर के स्व. रामचंद्र प्रसाद सिंंह के पुत्र अजय कुमार ने मिलकर लाकर से 16 लाख 76 हजार 900 रुपये की चोरी कर ली। कार्यालय में लगे डीवीआर को खोलकर बाइपास रोड स्थित नहर के पानी में फेंक दिया। एसपी ने बताया कि सबसे पहले सुजीत को गिरफ्तार करके पूछताछ की गई और राज खुलता गया। उसकी निशानदेही पर नालंदा स्थित उसके घर के पास जमीन खोदकर छिपाकर रखे सारे रुपये बरामद कर लिए गए। घटना में शामिल कंपनी के सभी चारों कर्मियों को जेल भेज दिया गया है।