कोसी व गंगा के जलस्तर बढ़ा, भागलपुर के नवगछिया इलाके में बाढ़ का खतरा, कई घर कटाव के मुहाने पर

मानसून के प्रवेश के साथ ही लगातार बारिश हो रही है। इस कारण कोसी सहित अन्‍य नदियों का जलस्‍तर काफी बढ़ गया है। नवगछिया इलाके में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कई गांव कटाव के मुहाने पर हैं। लोग पलायन करने लगे।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 02:49 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 02:49 PM (IST)
कोसी व गंगा के जलस्तर बढ़ा, भागलपुर के नवगछिया इलाके में बाढ़ का खतरा, कई घर कटाव के मुहाने पर
नवगछिया इलाके में कोसी का जलस्‍तर बढ़ने के कारण कटाव जारी है।

संवाद सूत्र, खरीक/कहलगांव [भागलपुर]। कोसी में जलस्तर वृद्धि के साथ पानी के बहाव में आई तेजी के बीच नवगछिया इलाके के खरीक प्रखंड को कोसी पार स्थित सिंहकुंड गांव के समीप कटाव का कहर जारी है। जिसके कारण करीब दर्जन भर पूरी तरह कटाव के मुहाने पर आ चुका है, जो कभी नदी में समा सकता है। सुरक्षा के मद्देनजर गृह स्वामी अपने घरों का सारा सामान समेट पलायन की तैयारी में जुट चुके हैं। वहीं, नदी किनारे स्थित जमीन पर भी लगातार नदी में समा रही है।वहीं ग्रामीणों ने बताया कि अगर कटाव की रफ्तार यही रहा है शीघ्र ही पूरा गांव जलमग्न हो जाएगा और पूरे गांव बड़ी तबाही मच जाएगी। जिसके कारण लोगों में काफी आक्रोश है। वहीं, दूसरी ओर लोकमानपुर में कटाव की रफ्तार में कमी आई है। किन्तु, रूक-रूक कर धीमी गति के साथ कटाव हो रहा है। वहीं ग्रामीणों ने शीघ्र विभाग पदाधिकारियों से इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग की है। लेकिन अबतक बचाव कार्य शुरू नहीं हो पाया है।

लगातार हो रही बारिश एवं गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। कहलगांव इलाके के तोफिल, अनठावन, रानीदियारा एवं टपुआ गांव के ग्रामीणों में अभी से ही कटाव को लेकर कलेजा कांप रहा है। ग्रामीण गांव में हुए कटाव को देख चुके हैं अभी गंगा का जलस्तर काफी नीचे है फिर भी कटाव का भय बना हुआ है। तेज हवा के साथ हो रही बारिश से भी बलुआही जमीन कट रहा है। कहलगांव एवं बटेश्वरस्थान के बीच कई जगहों पर उपजाउ जमीन कट कर गंगा में समा चुकी है। टपुआ गांव में भी बीच में कटाव हुआ था जो रुक गया है। गत कई सालों से रानीदियारा में हो रहे कटाव के चलते अधिकांश गांव ही कटकर गंगा में समा गई है। करीब एक दर्जन घर ही बचा है। टपुआ गांव में गत वर्ष करीब दो सौ घर कटकर गंगा में समा गई है। तोफिल में भी कई घर कट गया था।

इसी कटाव को देखते हुए खासकर कटाव के मुहाने पर स्थित घरवालों में ज्यादा भय बना हुआ है। रानीदियारा गांव गंगा की भेंट चढ़ गई है। तोफिल एवं टपुआ गांव में कटाव निरोधी कार्य किया गया था। इसके चलते कटाव थमा हुआ है। टपुआ गांव के ग्रामीण सुनील सौरभ ने बताया कि विधायक पवन कुमार यादव के साथ आई अभियंता की टीम द्वारा दिए गए निर्देश पर आज से यहां कटाव निरोधी कार्य बालू भरी बोरी गिराने का कार्य शुरू हो गया है। कटाव निरोधी संघर्ष समिति के सुबोध यादव, पूर्व मुखिया सुबोध कुमार, अटल बिहारी,संजय मंडल आदि ने कहा कि जबतक बटेश्वरस्थान से खबासपुर तक बोल्डर पिचिंग बांध नहीं बनेगा कटाव होते रहेगा। समिति लगातार यहीं मांग कर रही है। लगातार उपजाऊ जमीन कट कटकर गंगा में समाते जा रही है।

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