भागलपुर के नवगछिया में पार्षदों को आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप से निकाला गया, नगर विकास विभाग और सीएम को दिया आवेदन

वार्ड पार्षदों ने आवेदन पत्र लिखते हुए आक्रोश जाहिर किया है। पार्षदों ने आवेदन की प्रतिलिपि प्रधान सचिव नगर विकास विभाग बिहार सरकार के साथ-साथ मुख्यमंत्री को दी हैं। इसके पीछे की वजह उन्हें आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप से निकालना है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 12:00 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 12:00 PM (IST)
भागलपुर के नवगछिया में पार्षदों को आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप से निकाला गया, नगर विकास विभाग और सीएम को दिया आवेदन
वार्ड पार्षदों ने आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप से निकाले जाने की वजह पूछी है।

संवाद सहयोगी, नवगछिया (भागलपुर)। जिले के नवगछिया में इन दिनों वार्ड पार्षदों में आक्रोश का माहौल है। दरअसल, नगर परिषद कार्यालय की ओर से व्हाट्सएप पर पार्षदों और अधिकारियों को शामिल करते हुए एक आधिकारिक ग्रुप बनाया गया था ताकि सभी पार्षद अपने क्षेत्र की समस्या बता सकें और उसका निस्तारण किया जाए सके। ऐसा हो भी रहा था। लेकिन बीते दिनों वार्ड पार्षद ने जैसे ही अपने वार्ड की समस्या को बताया, उसे आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप से निकाल दिया गया। 

आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप पर समस्या को शेयर करने के बाद नवगछिया नगर परिषद के पार्षदों को ग्रुप से बाहर निकाल दिया। इस संबंध वार्ड पार्षद अजय कुमार उर्फ प्रमोद यादव ने नवगछिया कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार सुमन को पत्र लिखा हैं। बताया गया कि नगर परिषद के कार्यलय के द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप चलाया जा रहा था, जिसमें सभी वार्ड पार्षद के अलावा नगर परिषद के पदाधिकारी भी शामिल थे। ग्रुप पर वार्ड पार्षद अपनी समस्या को रखते थे। उसका समाधान भी किया जाता था। बीते दिनों नगर में सफाई की व्यवस्था चरमरा जाने पर पर्षदों ने उक्त ग्रुप में जनता की समस्याओं को रखा। उसके बाद इस ग्रुप से सभी पार्षदों को निकाल दिया गया है।

सवाल ये उठता है कि जो प्रक्रिया पटरी पर आ गई थी, उसे फिर क्यों तोड़ दिया गया। अगर पार्षद अपने क्षेत्र की समस्या के तत्काल निस्तारण हेतु आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप पर अधिकारियों को अवगत कराने हेतु मैसेज कर रहे थे तो उस ग्रुप से उन्हें क्यों निकाला गया। पार्षदों ने इस तरह के कई सवाल पूछते हुए आवेदन लिखा है।

इस संबंध में पार्षदों ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें जानकारी चाहिए कि क्या एक पार्षद को अपने वार्ड की समस्याओं और जनता की आवाज नगर परिषद के पदाधिकारियों के पास रखने का कोई अधिकार नहीं है। लिहाजा, पार्षदों ने आवेदन की प्रतिलिपि अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया, जिला पदाधिकारी भागलपुर, प्रधान सचिव, नगर विकास विभाग, बिहार सरकार के साथ-साथ मुख्यमंत्री को दी हैं।

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