चंपा पुल के संपर्क पथ किनारे दरकने लगी मिट्टी
ागलपुर को मुंगेर से जोड़ने वाले एनएच-80 पर निर्मित चंपा पुल के संपर्क पथ के किनारे मिट्टी खिसने लगी है। इससे पुल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है।
भागलपुर। भागलपुर को मुंगेर से जोड़ने वाले एनएच-80 पर निर्मित चंपा पुल के संपर्क पथ के किनारे की मिट्टी दरकने लगी है। इससे चंपा पुल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। जल्द मिट्टी भरकर दुरुस्त नहीं किया गया तो संपर्क पथ ध्वस्त हो सकता है। ऐसे में आवागमन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
दो साल पहले जून 2019 को 14 करोड़ की लागत से निर्मित चंपा पुल बनने के दो माह बाद ही इस पुल के संपर्क पथ में दरार आ गई थी। जिसके बाद दस लाख रुपये खर्च कर संपर्क पथ की मरम्मत कराई गई, लेकिन पांच-छह माह बाद एक बार फिर पहुंच पथ की मिट्टी दरकने लगी। आठ-दस लाख रुपये खर्च कर दोबारा मरम्मत कराई गई। इसके बाद भी पुल की स्थिति में सुधार नहीं होने पर 130 मीटर लंबे व 11.25 मीटर चौड़ी इस पुल की 380 मीटर लंबे पहुंच पथ में 35-40 मीटर फ्लैंक की बोल्डर पीचिंग कर दुरुस्तीकरण कराई गई। इसके बाद भी समस्या की स्थाई समाधान नहीं हो सका है। मिट्टी फिर दरकने लगी है। दरअसल, दोगच्छी की ओर दलदल है। दलदल होने की वजह से ही निर्माण के दौरान डेढ़-दो सौ वर्ष पुराने विशाल महाजन का पेड़ गिरने से पाइलिंग टेड़ा हो गया था। दलदल होने के कारण खासकर बारिश मौसम में मिट्टी खिसकने की समस्या उत्पन्न हो रही है।
एनएच विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोरंजन कुमार पांडेय ने कहा कि बोल्डर पीचिंग कराने के बाद पुल के अस्तित्व पर खतरे की संभावना कम है। जल्द ही संपर्क पथ के किनारे मिट्टी भराई का काम कराया जाएगा।