सुविधा मिलने से पहले बुनकरों की किस्मत पर लग गया ताला

भागलपुर में संसाधन और प्रशासनिक उदासीनता के कारण बुनकरों की स्थिति काफी खराब है। पुरैनी क्लस्टर में दो करोड़ की लागत से हैंडलूम बुनकर सामान्य सुविधा व आधुनिक रंगाई केंद्र बंद है। पंद्रह सौ बुनकरों को ध्यान में रखकर इस सेंटर की स्थापना की गई थी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 01:32 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 01:32 PM (IST)
सुविधा मिलने से पहले बुनकरों की किस्मत पर लग गया ताला
भागलपुर में बुनकरों की स्थिति काफी बदहाल है।

भागलपुर, जेएनएन। संसाधन और प्रशासनिक उदासीनता के कारण बुनकरों के उत्थान के लिए पुरैनी क्लस्टर में दो करोड़ की लागत से हैंडलूम बुनकर सामान्य सुविधा व आधुनिक रंगाई केंद्र में ताला लटक गया। जबकि, पंद्रह सौ बुनकरों को ध्यान में रखकर इस सेंटर की स्थापना की गई थी। यहां से बुनकरों को धागा रंगाई से लेकर बाजार तक की सुविधा उपलब्ध कराई जानी थी। खास बात तो यह है कि इस सेंटर के लिए समेकित हस्तकरघा क्लस्टर विकास योजना के तहत केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय ने इसके लिए फंड भी उपलब्ध कराया दिया था।

बंद होने से हुआ नुकसान

केंद्र बंद होने से बुनकरों के बीच धागा रंगाई की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसके लिए 10 किमी. दूर जाना पड़ता है। तैयार कपड़ों की बिक्री की समस्या बनी हुई है। नई तकनीक की जानकारी से भी वंचित रह गए।

बुनकरों ने दी थी जमीन

सीएफसी के कार्यकारिणी सदस्य मु. कलीम अंसारी ने बताया कि भवन निर्माण के लिए 10 बुनकरों ने जमीन खरीदकर भागलपुर हैंडलूम बुनकर संघ को उपलब्ध कराया। इसके एवज में सीएफसी केंद्र के मुनाफा का 35 फीसद शेयर जमीन उपलब्ध कराने वालों को मिलना था। लेकिन, इसका लाभ भी नहीं मिला।

पुराना है पेशा, हो गए बदहाल

जिले के पुरैनी गांव में 350 वर्षों से अधिक समय से बुनकरों ने अपनी पुरखों की हस्तशिल्प कला को कुछेक बुनकरों ने संभाला रखा है। इस इलाके में 10 हजार से अधिक हैंडलूम हुआ करता था। योजना और बाजार के अभाव ने बुनकरों की कमर तोड़कर रख दी है। वर्तमान दौर में 500 हैंडलूम बुनकर अपनी पुश्तैनी धंधे को बचा पाए है। वह भी सुविधा के अभाव में पलायन को विवश है।

सामान्य सुविधा केंद्र यह थी सुविधा

सामान्य सुविधा केंद्र भवन में बुनकरों को प्रशिक्षण देने की सुविधा थी। साथ ही रंगाई, बुनाई, डिजाइन समेत बाजार की समस्या का निदान किया जाना था। केंद्र भवन में चार हैंडलूम, कैबिनेट डाई, जिगर डाई, वाशिंग मशीन, प्रेस मशीन, वारपिंग मशीन, जेनरेटर सेट व डिजाइन स्टूडियो आदि आधुनिक संसाधनों से लैस है।

केंद्र भवन में ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं होने से उपकरण खराब हो रहे है। रंगाई का पानी भी भवन में जमा हो रहा था। इसके कारण बंद करना पड़ा, सुविधा मिले तो फिर से चालू होगा। - मु. शमीमउद्दीन अंसारी, अध्यक्ष, भागलपुर हैंडलूम बुनकर विकास संघ

पुरैनी में सीएफसी केंद्र का निरीक्षण करेंगे। यहां की समस्या दूर करने को लेकर वस्त्र मंत्रालय को रिपोर्ट की जाएगी। - विनोद भैसारे, सहायक निदेशक बुनकर सेवा केंद्र  

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