सदर अस्पताल में इलाज के दौरान कैदी की मौत, चेक बाउंस मामले में था जेल में बंद, स्वजनों ने कहा...
जमुई सदर अस्पताल में इलाज के दौरान एक कैदी की मौत हो गई। स्वजनों ने जेल प्रशासन पर इस मामले में लापरवाही का आरोप लगाया है। वह डेढ़ महीने से चेक बाउंस मामले में जेल में बंद थाा।
संवाद सहयोगी, जमुई। डेढ़ माह से जेल में बंद एक कैदी की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां गुरुवार की अहले सबह सदर अस्पताल स्थित कैदी हाजत में इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गई। मृतक कैदी की पहचान झारखंड के कोडरमा निवासी प्रमोद कुमार सुमन के रूप में हुई है। प्रमोद कुमार सुमन फिलहाल 10 वर्षों से सिमुलतला में रह रहे थे और कौशल विकास योजना में काम करते थे। चेक बाउंस के एक मामले में तकरीबन डेढ़ माह से जमुई जेल में बंद थे। जहां उनको 5 दिनों से बुखार और छाती में दर्द की शिकायत थी।उसके बाद जेल के डॉक्टर द्वारा उसे इलाज के लिए बुधवार की शाम सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
स्वजनों ने बताया कि कैदी की तबियत कई दिनों से बिगड़ी हुई थी लेकिन जेल प्रशासन लापरवाह बनी रही कई बार जेल प्रशासन से बात करने की कोशिश भी की गई लेकिन बात नहीं हो सका। जब उनकी तबियत गंभीर हो गई तब उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वजनों ने बताया कि सदर अस्पताल के चिकित्सक द्वारा रेफर करने के बावजूद उसे पटना नहीं ले जाया गया। जिससे उनकी सदर अस्पताल स्थित कैदी हाजत में ही मौत हो गई। इधर प्रमोद कुमार सुमन की मौत के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया।
पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। इधर मजिस्ट्रेट की निगरानी में डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा।
कैदी की तबियत बिगड़ने के फौरन बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जेल प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की लापरवाही या इलाज में कोताही नहीं बरती गई है। जेल के चिकित्सक द्वारा भी इलाज किया जा रहा था। प्रक्रिया के तहत पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन के हवाले कर दिया जाएगा। अरुण कुमार पासवान,जेल अधीक्षक,जमुई