हर माह पांच सौ क्विंटल लाल मिर्च खा रहे कटिहार के लोग

कटिहार के लोगों को झालदार व्‍यंजन एवं मशालेदार भोजन पसंद है। यहीं कारण है कि यहां के लोग हर माह पांच सौ क्विंटल मिर्च खा जाते हैं। यहां मिर्च का करोबार भी खूब फलता फूलता है। शहर से गांव तक दो हजार से अधिक लोग लोग जुड़े हुए हैं।

By Amrendra TiwariEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 04:28 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 04:28 PM (IST)
हर माह पांच सौ क्विंटल लाल मिर्च खा रहे कटिहार के लोग
बाढ़ प्रभावित इस जिले के लोगों को पसंद है झालदार व्यंजन

कटिहार [रमण कुमार झा] ।बाढ़ प्रभावित कटिहार जिले में झाल या तीखा व्यंजन लोगों को खूब पसंद है। 32 लाख आबादी वाले इस जिले में हर माह पांच सौ क्विंटल लाल मिर्च की खपत हो रही है। यह रोजी-रोटी का भी यहां एक बढिय़ा जरिया है और दो सौ लोग सीधे तौर पर इस कारोबार के जरिए अपना पेट पाल रहे हैं। खपत के अनुरुप स्थानीय स्तर पर मिर्च का उत्पादन नहीं होने के कारण यहां समस्तीपुर, हाजीपुर के साथ-साथ झारखंड व उत्तरप्रदेश से भी लाल मिर्च आता है और फिर यह गोटा व मशाला के रुप में गांव-गांव तक पहुंचता है।

अधिकांश रसोई में रेड पाउडर ने बना रखा है स्थान

यहां की अधिकांश रसोई में गोटा लाल मिर्च के साथ रेड पाउडर यानि मिर्च का मशाला का सुरक्षित स्थान है। गृहिणी सरिता देवी व पूजा मेहता कहती है कि दाल से लेकर हर प्रकार की सब्जी में लाल मिर्च या पाउडर का उपयोग अनिवार्य है। यद्यपि पूर्व की अपेक्षा अब कम लोग ज्यादा झाल पसंद करते हैं, लेकिन बिना मिर्च वाली सब्जी शायद ही कोई पसंद करते हैं।

मशाला मिल से लेकर किराना दुकानों तक मांग

थोक व्यापारी अनुराग कुमार व संतोष जयसवाल के अनुसार लाल मिर्च शहर से गांव-गांव तक पहुंचता है। मशाला मिल में सर्वाधित खपत इसकी होती है। इसके अलावा गोटा मशाला के रुप में हाट-बाजारों के किराना दुकान तक यह पहुंचता है। खुदरा में यह दो सौ रुपये किलो तक के भाव में बिकता है। इस कारोबार की एक लंबी कड़ी है और काफी संख्या में लोगों की रोजी-रोटी इससे चल रही है।

भोजन में यहां झाल या मिर्च का अपेक्षाकृत अधिक प्रयोग लोगों को ज्यादा पसंद है। भोजन में उपर से हरी मिर्च खाने की अधिकांश लोगों को है। इससे इसकी खपत ज्यादा होती है। - मनोज कुमार, होटल संचालक।

यहां हाजीपुर, समस्तीपुर के साथ-साथ उत्तरप्रदेश व झारखंड से लाल मिर्च की आपूर्ति होती है। गोटा लाल मिर्च के साथ मशाले के रुप में इसकी बिक्री होती है। हर माह पांच सौ क्विंटल से ज्यादा खपत सहज रुप में होती है। - अनुराग कुमार, थोक मिर्च व्यापारी।

लाल मिर्च का अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं

डा. अमित कुमार के अनुसार लाल मिर्च का अधिक सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इसका उपयोग लोगों को कम करना चाहिए। कई ऐसी बीमारी है, जिनमें लाल मिर्च का सेवन पूरी तरह वर्जित है। लोगों को चाहिए कि वे इसका उपयोग कम से कम करें।

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