टिंकू गिरोहों के गुर्गों ने बढ़ाई भागलपुर के इस इलाके में मुसीबत, अक्‍सर होता हैं आपराधिक टकराव

भागलपुर में टिंकू गिरोह की सक्रियता काफी बढ़ी हुई है। मादक पदार्थों की तस्करी और रंगदारी वसूली को लेकर अक्सर तीनों गिरोह के बीच होता है टकराव। शाम ढलते ही इलाके में बढ़ जाती है अपराधियों की आवाजाही।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:43 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:43 AM (IST)
टिंकू गिरोहों के गुर्गों ने बढ़ाई भागलपुर के इस इलाके में मुसीबत, अक्‍सर होता हैं आपराधिक टकराव
लगातार गिरोह के सदस्‍यों के होता है टकराव।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। सिल्क सिटी के दक्षिण खंड में तीन टिंकू गिरोह के गुर्गों की सक्रियता से इलाके के लोगों की जान सांसत में फंसी हुई है। एक गिरोह का संचालन मोगलपुरा निवासी मरहूम फेकू मियां का बड़ा बेटा टिंकू मियां, दूसरे का बरईचक निवासी इनायतुल्ला अंसारी का भतीजे टिंकू अंसारी और तीसरा मुल्लाचक निवासी टिंकू हड्डी का गिरोह सक्रियता बनाए हुए है। तीनों गिरोह के गुर्गे मोगलपुरा, हुसैनाबाद, काजीचक, मुल्लाचक, हुसैनपुर, शहबाजनगर, मोजाहिदपुर, रेल क्षेत्र के अलावा हबीबपुर, तातारपुर, आशानंदपुर, बरईचक, जब्बारचक, रिकाबगंज में कहर बरपा रहे हैं।

स्मैक व ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री और मांस व्यापारियों से रंगदारी वसूली और गोलीबारी की घटना से लोग दहशत में हैं। शाम ढलते ही मोगलपुरा, मुल्लाचक, शहबाजनगर, मियां साहब का मैदान, कमेला, आशानंदपुर जैसे इलाके में अपराधियों की आवाजाही बढ़ जाती है। टोटो, आटो, वैन और बाइक से गलियां पट जाती हैं। इन जगहों पर पुलिस की गश्त नहीं लगती। यही वजह होगी कि इन इलाकों में नशीली पुडिय़ा की खरीद-बिक्री और मांस व्यापारियों से रंगदारी वसूलने को लेकर अक्सर तीनों टिंकू गिरोहों के गुर्गे आपस में टकराते रहते हैं। गोलीबारी होती है।

कुख्यात रहमत मियां, पाशा, सद्दाम, बिजली, इमरान मुर्गा समेत दो दर्जन शातिर मोगलपुरा वाले टिंकू मियां गिरोह से जुड़े हैं। टिंकू अंसारी गिरोह से नाता रखने वालों में कल्लू उर्फ इमरान, इरफान, छोटू मियां, बाबर आदि शामिल हैं। जबकि टिंकू हड्डी गिरोह मियां साहब मैदान से सटे दक्षिण इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी से सिर उठा अपनी पकड़ इलाके में बना लिया है। गिरोह संचालन करने वालों में दो के जेल में होने की बात कही जा रही है। जबकि तीसरा लंबे समय से फरार चल रहा है। पुलिस टिंकू अंसारी पर कई बार हाथ डाल चुकी है। खुद भी पुलिस के भय से आत्मसमर्पण भी किया। जबकि टिंकू मियां कोलकाता के मोटियाबुर्ज इलाके में सुरक्षित ठिकाना बना रखा है। वहीं से गिरोह को आपरेट करता है। कोलकाता में पूर्व में टिंकू समेत तीन भाइयों को भागलपुर से गई पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन अलीपुर न्यायालय ने भागलपुर पुलिस को ट्रांजिट रिमांड देने से इन्कार कर दिया था। नतीजा, तीनों को वहां मुक्त करना पड़ा था। टिंकू हड्डी जेल जा चुका है।

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