भागलपुर के ट्रेड लाइसेंस का मामला पहुंचा डिप्टी सीएम के पास, डिप्टी मेयर ने कहा- सख्त कानूनी कार्रवाई हो

भागलपुर के डिप्टी मेयर राजेश वर्मा बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद से मिले। उन्होंने ट्रेड लाइसेंस मामले में दोषी पर कार्रवाई की मांग की। उपमुख्यमंत्री ने जांच प्रकिया पूरी कर रिपोर्ट मांगा गया है। कहा कि दोषियों पर कार्रवाई होगी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 09:50 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 09:50 AM (IST)
भागलपुर के ट्रेड लाइसेंस का मामला पहुंचा डिप्टी सीएम के पास, डिप्टी मेयर ने कहा- सख्त कानूनी कार्रवाई हो
बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहर में विकास कार्यों को लेकर पटना में मंगलवार को उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद से डिप्टी मेयर राजेश वर्मा में मुलाकात की। इस दौरान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने कहा कि नगर निगम में ट्रेड लाइसेंस को लेकर बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ। इसमें वित्तीय अनियमितता का भी मामला उजागर होने लगा है। ट्रेड लाइसेंस घोटाले के आरोपी पदाधिकारियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। क्योंकि आमजनों को मूर्ख समझकर उनका शोषण करने वाले ऐसे पदाधिकारियों को किसी भी स्थिति में नहीं बख्शा जाना चाहिए। इसे लेकर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एक सप्ताह में जांच प्रकिया पूरी कर रिपोर्ट मांगा गया है। साथ ही कार्रवाई का भी निर्देश दिया गयाहै।

इस दौरान शहर के दक्षिणी क्षेत्र के भोलानाथ रेलवे अंडरपास से शीतला स्थान चौक तक दोनों ओर नाला निर्माण कार्य के लिए राशि आवंटित करने की मांग की गई। वहीं प्रत्येक वार्ड में सड़क और नाला का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा लेकिन, छह माह में कार्य ससमय पूरा हो इसके लिए सहायक अभियंता की जरूरत हैं। भागलपुर नगर निगम में प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता विकास कुमार का बिहार शरीफ नगर निगम स्थानांतरण किया गया है। वहीं बिहार शरीफ के अभियंता ने अपने मूल विभाग पीएचईडी विभाग में योगदान दे दिया है। ऐसे में पद सहायक अभियंता का पद रिक्त होने से विकास कार्य बाधित है। डिप्टी मेयर ने कहा कि उनके आग्रह पर सहायक अभियंता का तबादला स्थगित कर दी गई।

ट्रेड लाइसेंस शाखा के वर्तमान व पूर्व शाखा प्रभारियों ने रखा जांच समिति के समक्ष रखा पक्ष

जागरण संवाददाता, भागलपुर : नगर निगम सभागार में मंगलवार को ट्रेड लाइसेंस में अनियमितता की जांच के लिए नगर आयुक्त द्वारा गठित जांच समिति सिटी मैनेजर रवीश चंद्र वर्मा की अध्यक्षता में बैठक की। इसमें पूर्व व वर्तमान ट्रेड लाइसेंस शाखा प्रभारियों से एमआर रसीद और चलान के साथ समिति के समक्ष अपनी उपस्थति दर्ज करने का निर्देश दिया गया था। जिसमें सेवानिवृत्त कर्मी महेश प्रसाद साह, इजाजूल हक कंप्यूटर ऑपरेटर, शंकराचार्य उपाध्याय, सुनील हरि, सौरभ सुमन, दिव्या स्मृति, आदित्य जायसवाल, निरंजन मिश्रा ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

नगर निगम के ट्रेड लाईसेंस शाखा में प्रभारी के रूप में समय-समय पर प्रतिनियुक्ति की गई है। वर्तमान में निगम द्वारा निर्गत ट्रेड लाईसेंस में फर्जीवाड़ा व अनियमितता की जांच चल रही है। जांच के क्रम में शाखा प्रभारी के द्वारा अपने-अपने कार्यकाल में ट्रेड लाईसेंस निर्गत करने से संबंधित एमआर पंजी एवं एमआर की कार्बन कॉपी निगम कार्यालय (ट्रेड लाईसेंस शाखा) में समर्पित नहीं किया गया है। जांच पूर्ण करने की तिथि 10 अगस्त तक निर्धारित की गई है। कई शाखा प्रभारी ने समिति के समक्ष अधूरे दस्तावेज के साथ मौजूद हुए।

अब तहसीलदारों को भी देना होगा हिसाब

मंगलवार को ट्रेड लाइसेंस शाखा प्रभारियों के साथ तहसीलदारों को भी एमआर पंजी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही जांच समिति द्वारा पूछे गए प्रश्नों का तथ्यपरक स्टीक एवं स्पष्ट उत्तर देने का निर्देश दिया है। निगम कार्यालय सभाकक्ष में सुबह 11.30 बजे बुधवार को सभी अपने एमआर पंजी के साथ अपना पक्ष रखेंगे। वर्तमान शाखा प्रभारी निरंजन मिश्रा ने बताया कि उनके पास पांच वर्ष पूर्व के तीन एमआर रसीद काटे है उसे सौंप दी जाएगी। ट्रेड लाइसेंस के चार एमआर पंजी है उसी भी उपलब्ध कराया जाएगा। सभी को एमआर पंजी व एमआर की कार्बन कापी जांच टीम के समक्ष रखना होगा। जांच समिति पंजी, अभिलेख, पार्वती रसीद,कैश रजिस्टर, निर्गत लाइसेंस की गहन समीक्षा कर रहे हैं।

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