पटरी पर लौटी नौनिहालों की भी जिंदगानी, बांका के आंगनबाड़ी में गूंज रही बच्चों की किलकारी

लंबे समय तक कोरोना के चलते बिहार में आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी ताला लटका रहा। लेकिन अभी सब कुछ सामान्य है तो अब ये आंगनबाड़ी केंद्र फिर से गुलजार हो गए हैं। केंद्रों पर बच्चों की किलकारी सुनी जा सकती है।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 08:45 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 08:45 AM (IST)
पटरी पर लौटी नौनिहालों की भी जिंदगानी, बांका के आंगनबाड़ी में गूंज रही बच्चों की किलकारी
नौनिहालों की चहलकदमी से गुलजार हुए आंगनबाड़ी केंद्र।

संवाद सूत्र, जयपुर (बांका) : कोरोना ने सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था ही नहीं बल्कि आंगनबाड़ी जाने वाले नौनिहालों को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। पूरे डेढ़ वर्ष बाद आंगनबाड़ी अब आधी उपस्थिति के साथ पटरी पर धीरे-धीरे लौट रही है। आंगनबाड़ी खोलने के पूर्व अभिभावकों से एक शपथ पत्र लिया गया था, जिसमें बताया गया है कि उसके परिवार के किसी भी सदस्य ने अंतरराष्ट्रीय या अंतरराज्यीय यात्रा नहीं की है। इसके अलावा कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए तीन वर्ष से पांच वर्ष के बच्चे सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्र पर उपस्थित होंगे। जबकि पांच वर्ष से छह वर्ष के बच्चे रविवार छोड़ अन्य दिनों उपस्थित होंगे।

फिलहाल, 20 बच्चों को ही आंगनबाड़ी केंद्र पर पका भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। कोविड-19 से सुरक्षा को लेकर प्रत्येक आंगनबाड़ी सेविका को बाल विकास परियोजना से एक किट उपलब्ध कराया गया है। जिसमें हैंड सैनिटाइजर, हैंड वास, साबुन, तोलिया, गमछी सहित बच्चों को खेलने खेल सामग्री शामिल है।

209 आंगनबाड़ी है संचालित आधा दर्जन विवादित :

कटोरिया बाल विकास परियोजना अंतर्गत 15 पंचायतों में कुल 209 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। जिसमें पांच मीङ्क्षनग आंगनबाड़ी केंद्र है। जबकि कोर्ट एवं विवादों से घिरे आधा दर्जन केंद्रों पर सेविका सहायिका की बहाली नहीं हो पाने के कारण बाधित है। फिलहाल अंबाटिकर एवं भोरसार बेलवा की आंगनबाड़ी सेविका त्याग पत्र देकर मुखिया बन गई है। जबकि सिजवा आंगनबाड़ी केंद्र विवाद कोर्ट में लंबित है। कालाडिंडा एवं जमदाहा आंगनबाड़ी केंद्र विवादों के कारण बहाली नहीं हो सकी। वहीं माथासार आंगनबाड़ी केंद्र में मैपिंग की गड़बड़ी बताई जा रही है।

'कोविड-19 अधिनियम का पालन करते हुए आधी उपस्थिति के साथ केंद्र संचालन किया जा रहा है। अभी मात्र 20 बच्चों को ही केंद्र पर पका भोजन की राशि उपलब्ध कराई गई है। 88 आंगनबाड़ी केंद्र को भवन है। बाकी आंगनबाड़ी केंद्र को निकटतम प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया है।'- वंदना दास, प्रभारी सीडीपीओ कटोरिया

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