पूर्णिया-सहरसा रेलखंड के जानकीनगर स्‍टेशन पर ट्रेनों के ठहराव का गरमाने लगा मामला, लोगों ने रेल अधिकारी को लिखा पत्र

पूर्णिया-सहरसा रेलखंड के जानकीनगर स्‍टेशन पर ट्रेनों के ठहराव का मांग गरमाने लगा है। लोगों ने ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर अब रेलवे के अधिकारियों को पत्र लिखा है। लोगों ने बताया कि यहां पर ट्रेनों का ठहराव...

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 04:18 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 04:18 PM (IST)
पूर्णिया-सहरसा रेलखंड के जानकीनगर स्‍टेशन पर ट्रेनों के ठहराव का गरमाने लगा मामला, लोगों ने रेल अधिकारी को लिखा पत्र
पूर्णिया-सहरसा रेलखंड के जानकीनगर स्‍टेशन पर ट्रेनों के ठहराव का मांग गरमाने लगा है।

संस,जानकीनगर (पूर्णिया) । पूर्व मध्य रेलवे के पूर्णिया-सहरसा रेलखंड स्थित जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव को लेकर मंडल रेल प्रबंधक समस्तीपुर सहित कई अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा गया है। इस रेलखंड के अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों ने अधिकारियों को भेजे गए मांग पत्र में जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन संख्या 08625,05283 और 03169 अप एवं ट्रेन संख्या 08626,05284 तथा 03170 डाउन के ठहराव की मांग की है।

मनीष कुमार,बम-बम कुमार भारती, रामप्रकाश यादव मंतोष कुमार,योगानंद भगत ,रितुराज, सौरभ कुमार, सहित कई अन्य यात्रियों ने बताया कि इस इलाके की आबादी काफी घनी है। जनपद के लोगों के आवागमन का एकमात्र साधन ट्रेन ही है। यहां एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 08625 05283 03169अप,और 08626,05284,03170 डाउन के ठहराव नहीं होने से आमजन को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

रेलखंड के यात्रियों ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए रेलवे के अधिकारियों से मांग किया है कि इस रेलखंड के यात्रियों को आमान परिवर्तन से पूर्व की व्यवस्था बहाल कर दी जाए। उन्होंने कहा कि आमान परिवर्तन के पहले इस रेलखंड पर चलनेवाली सभी सवारी और मेल ट्रेनों का ठहराव जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर हुआ करता था,जिसे बंद कर दिया गया है।

यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर कम से कम पांच जोडी यात्री सवारी गाडी का परिचालन होना चाहिए साथ ही कोशी एक्सप्रेस का ठहराव पूर्व की भांति सुनिश्चित करने का निवेदन किया है। कहा है कि सुबह के बाद अगली ट्रेन रात में ही मिलती है जो पूर्णिया की ओर जाती है। शनिवार को रेलवे स्टेशन पर मौजूद अलग-अलग क्षेत्रों के ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान समय में जो डेमू सवारी गाड़ी चल रही है, उसमें बोगियों की संख्या काफी कम रहती है। फलस्वरूप यात्रियों को पायदान पर लटककर यात्रा करना पड़ता है।

सबसे ज्यादा दिक्कत बुजुर्ग महिला व पुरूष यात्रियों को होती है। कहा है कि इस रेलखंड पर यात्रा करना एक सजा के समान है, किन्तु विकल्प नहीं रहने की वजह से यात्रा करना विवशता है। इस संबंध में रेल मंत्री, भारत सरकार, पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर के महाप्रबंधक, सहित अन्य विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजकर समस्या समाधान की पुरजोर मांग की गई है।

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