भागलपुर के मुखिया पति की हत्या करने आए कुख्यात निसार को लोगों ने खदेड़ कर पकड़ा

भूमि विवाद में सेराज के हत्या की सुपारी ले रखी थी निसार ने। आधा दर्जन से अधिक हत्या लूट और रंगदारी के केस भागलपुर और बांका में हैं दर्ज। कामिल हत्याकांड में निसार चल रहा था फरार। गुस्साए लोगों ने पकड़ कर पीटा।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 12:28 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 12:28 PM (IST)
भागलपुर के मुखिया पति की हत्या करने आए कुख्यात निसार को लोगों ने खदेड़ कर पकड़ा
भागलपुर में अपराधियों ने मुखिया पति की हत्‍या कर ली है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। हबीबपुर थाना क्षेत्र में गुस्साए लोगों ने शाहजंगी पंचायत के मुखिया पति मुहम्मद सेराज की हत्या करने आए कुख्यात निसार को खदेड़ कर दबोच लिया। लोगों ने पहले उसकी पिटाई की फिर हबीबपुर पुलिस के हवाले कर दिया। उसके पास से एक आटोमेटिक पिस्टल, एक तमंचा और छह कारतूस के अलावा एक बाइक भी बरामद किया गया है। उसने पुलिस के समक्ष कबूल किया कि वह नव निर्वाचित मुखिया पति मुहम्मद सेराज की हत्या करने आया था। उसने हत्या के लिए बाकायदा सुपारी ले रखी थी। हबीबपुर इंस्पेक्टर कृपा सागर की माने तो एक साल पूर्व मुहम्मद सेराज और मुहम्मद मंजूर के बीच एक जमीन विवाद में मारपीट की घटना हुई थी। तब सेराज और मंजूर की तरफ से मुकदमे भी दर्ज कराए गए थे। दोनों के बीच पंचायत चुनाव में अपने-अपने परिवार की भागीदारी को लेकर पहले से रंजिश चली आ रही थी। गिरफ्तार बदमाश से सख्त पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। उसने बांका जिले के बौंसी, बांका, मधुसूदनपुर में कुरकुरे वाले से लूट के दौरान गोली मारने की घटना को अंजाम देने की बात कबूल की है। उसके विरुद्ध् आधा दर्जन से अधिक हत्या, लूट, रंगदारी के मामले दर्ज हैं।

25 जून 2021 की देर शाम बदरेआलमपुर में हुए कामिल की हत्या में था शामिल

हबीबपुर थाना क्षेत्र के बदरेआलमपुर विद्यालय के समीप 25 जून 2021 की देर शाम कभी राणा मियां के करीबी रहे मुहम्मद कामिल की गोली मारकर हत्या कर गई थी। निसार कामिल की हत्या में नामजद आरोपित बनाया गया था। वह तब से फरार चल रहा था। हबीबपुर इंस्पेक्टर के मुताबिक निसार के विरुद्ध् हत्या, जानलेवा हमला, लूट और रंगदारी के आधा दर्जन से अधिक केस भागलपुर, बांका और झारखंड के दुमका में भी दर्ज हैं। पूछताछ के दौरान प्रारंभ में कामिल की हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार करता रहा। पूछताछ में वह फतेह खान उर्फ फतवा को गोली मारने वाला बताया लेकिन चंद घंटे की सख्ती में वह तोते की तरह बोलने लगा। उसने शाहजंगी पंचायत के पूर्व मुखिया मंजूर और दारा मियां से अपने नजदीकी रिश्ते की बात कबूल की है। पुलिस उससे अकबरनगर में खाद्य व्यवसाई पुत्र से 25 लाख की लूट और हत्या मामले में पूछताछ की जा रही है। उसकी संलिप्तता संबंधी कुछ सुराग मिलने की चर्चा है हालांकि पुलिस अधिकारी फिलहाल कुछ बोलने से बच रहे हैं। इधर गिरफ्त में आए निसार का कहना है कि उसे नव निर्वाचित मुखिया पति सेराज ने अपने समर्थकों के साथ पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।

आम्र्स एक्ट और हत्या की साजिश मामले में दो केस दर्ज

निसार की गिरफ्तारी को लेकर हबीबपुर थाने में दो केस दर्ज किए गए हैं। एक केस आम्र्स एक्ट के तहत हबीबपुर इंस्पेक्टर कृपा सागर के फर्द बयान पर दर्ज किया गया है। दूसरा मुकदमा शाहजंगी के नव निर्वाचित मुखिया पति मुहम्मद सेराज के लिखित आवेदन पर निसार और पूर्व मुखिया के बेटे मुहम्मद आसिफ को नामजद आरोपित बनाते हुए केस दर्ज कराया गया है। सेराज ने आरोप लगाया है कि दोनों उसकी हत्या करने की नीयत से आए थे। इलाके में यह भी चर्चा है कि बकरा समेत अन्य मवेशियों की चोरी का संगठित गिरोह चलाने वाले एक शातिर से निसार की हाल में लेन-देन को लेकर अनबन हुई थी। निसार को पहले से तय रकम देने से इनकार करने पर निसार उसकी खोज में शाहजंगी पहुंचा था। जहां स्थानीय लोगों से घिरकर पकड़ा गया। ऐसी कई चर्चा के बीच पुलिस निसार से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर अन्य बदमाशों की तलाश में छापेमारी तेज कर दी है।

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