भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में नहीं थम रही मवेशी की चोरी की घटनाएं, ग्रामीणों ने फिर चोर को पकड़कर पुलिस को सौंपा

अररिया में मवेशी चोरी की घटनाएं नहीं थम रही है। फुलकाहा थाना क्षेत्र में ही बीते एक सप्ताह के दौरान डेढ़ दर्जन मवेशियों की चोरी हुई है। पशुपालक अपने चोरी गए मवेशियों की तलाश अब तक कर रहे हैं ङ्क्षकतु इसका अता पता नहीं चल रहा है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 04:40 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 04:40 PM (IST)
भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में नहीं थम रही मवेशी की चोरी की घटनाएं, ग्रामीणों ने फिर चोर को पकड़कर पुलिस को सौंपा
अररिया में मवेशी चोरी की घटनाएं नहीं थम रही है।

संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया)। मवेशी चोरी एवं तस्करी में शामिल फुलकाहा थाना क्षेत्र के अंचरा पंचायत के तोपनवाबगंज निवासी सुरेश यादव को मंगलवार की शाम ग्रामीणों ने पकड़ कर फुलकाहा पुलिस के हवाले कर दिया। पशुपालक तोपनवाबगंज निवासी गड़कू यादव ने आरोप लगाया है कि पकड़े गए मवेशी चोर एवं तस्कर तीन दिन पूर्व उसके घर गया था और उनके दो भैंस को बेचने का जिद करने लगा। जब पशुपालक ने मना किया तो दूसरी रात दोनों भैसों की चोरी हो गई। शक की सुई सुरेश यादव पर जब घूमने लगी तो ग्रामीण पशुपालक के साथ अमरोरी गांव रात में ही पहुंचे जहां कथित चोर सुरेश यादव बदहवास अवस्था में था और पैर से लेकर सिर तक कई जगहों पर कीचड़ के धब्बे पड़े थे उससे समझते देर नहीं लगी की सुरेश यादव ही भैंस को खोलकर कहीं ले गया है और सुरक्षित ठिकानों पर रखा हुआ है।

जब सुरेश यादव को पकड़ा गया तो वह कई तरह के बहाने बनाने लगा। सुरेश यादव पर वर्ष 2018 में फुलकाहा एसएसबी से मारपीट करने का आरोप है। उससे पूर्व मवेशी चोरी एवं तस्करी के मामले में सुरेश यादव का नाम सामने आया है। फुलकाहा थानाध्यक्ष हरेश तिवारी ने बताया कि सुरेश का दामन दागदार है। बताते चलें कि फुलकाहा थाना क्षेत्र में ही बीते एक सप्ताह के दौरान डेढ़ दर्जन मवेशियों की चोरी हुई है। पशुपालक अपने चोरी गए मवेशियों की तलाश अब तक कर रहे हैं ङ्क्षकतु इसका अता पता नहीं चल रहा है।

भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र से फुलकाहा थाना क्षेत्र में मवेशी अपहरण एवं फिरौती का खेल फिर शुरू हो गया है। एक महीना में क्षेत्र के दर्जनों भैंस रात के अंधेरे में नेपाल में प्रवेश करा दिए गए हैं।

कई बार पशुपालकों को नेपाल से कई भैंस बरामद भी हुए हैं। ङ्क्षकतु वहां फिरौती के रूप में प्रति भैंस दस हजार रुपये से पंद्रह हजार रुपये तक चुकाना पड़ा है। एक माह पूर्व मानिकपुर पंचायत के अमरोरी निवासी करमु यादव की तीन भैंस उसके बथान से चोरों ने खोल लिए। ङ्क्षकतु उन्होंने भी भैंस चोरी का मामला दर्ज नहीं कराया।

केस स्टडी-1

चार दिन पूर्व अंचरा पंचायत के लक्ष्मीपुर गांव के उपेंद्र यादव की चार भैंस उसके बथान में बंधा हुआ था कि रात में सब सो गया इसी दौरान चोरों ने चोरी कर ली लेकिन मवेशी नहीं मिला काफी खोजबीन कर लिए नहीं मिली।

केस स्टडी-2

फुलकाहा में सोमवार की रात मोहम्मद सफीद का दो भैंस घर से चोरी हो गई।

केस स्टडी-3 फुलकाहा निवासी इंद्रशेखर पासवान का तीन गाय चोरी हुई थी। उन्होंने मानिकपुर निवासी डोमी यादव पर मवेशी चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

केस स्टडी-4

एक माह पूर्व मानिकपुर पंचायत के वार्ड संख्या11 में जगदीश यादव का तीन भैंस चोरी हुई इन्होंने भी आवेदन थाने में नहीं दिया वहीं वार्ड संख्या 13 के सरमल यादव एक भैंसा चोरी हुई।

केस स्टडी-5

लच्छू यादव का एक भैंस व एक भैंस का बच्चा की चोरी हुई।

केस स्टडी-6

तोपनवाबगंज के रामाधीन पासवान का एक भैंस व एक भैंस का बच्चा की चोरी हुई। वहीं बाकू पासवान का एक गाय एक गाय का बच्चा की चोरी हुई।

कुछ वर्षों में मवेशी अपहरण एवं फिरौती का धंधा यहां बंद हो गया। अब यही खेल नेपाल के मवेशी चोर गिरोह द्वारा किया जाने लगा है। वहां के चोर सीमा पार कर फुलकाहा क्षेत्र में घुसकर मवेशी को चुराते हैं। जब पशुपालक पता लगाते हुए नेपाल के सुनसरी जिले के ठिकाने पर पहुंचते हैं तो उसे अपने ही भैंस कि कीमत चुकाने के बाद उसे वापस भैंस मिलता है। इस तरह की चोरी से क्षेत्र के पशुपालक अब रतजगा शुरू कर दिया है पशुपालक जिस घर में सोते हैं उसी घर में मवेशी को बांधते हैं। पशुपालक ने बताया कि मवेशी चोरी होने का मामला इसलिए थाना में दर्ज नहीं कराते हैं कि दर्ज कराने के बाद मवेशी वापस नहीं मिलता है। इस संबंध में पूछे जाने पर फुलकाहा थानाध्यक्ष हरेश तिवारी ने बताया कि मवेशी की चोरी होती है ङ्क्षकतु मवेशी अपहरण फिरौती का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है यदि इस तरह का कोई मामला व्यक्ति सामने लाता है तो इसकी जांच कर कार्रवाई होगी। ग्रामीणों द्वारा पकड़ कर दिए मवेशी चोर को अररिया जेल भेज दिया गया है।  

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