राज्य के किसानों को समझाएंगे जल-जीवन-हरियाली का महत्व, बांका का यह प्रगतिशील किसान बनेंगे ब्रांड एंबेस्‍टर

बिहार कृषि विश्वविद्यालय ने बांका के रजौन प्रखंड के उपरामा गांव निवासी किसान रुपेश चौधरी को ब्रांड एंबेस्डर बनाने का निर्णय लिया है। अब वह राज्‍य भर के किसानों को प्रशिक्षण देंगे। जल जीवन हरियाली मिशन की महत्ता के बारे में बताया जाएगा।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 01:13 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 01:13 PM (IST)
राज्य के किसानों को समझाएंगे जल-जीवन-हरियाली का महत्व, बांका का यह प्रगतिशील किसान बनेंगे ब्रांड एंबेस्‍टर
बीएयू में किसान मेला में बांका के किसान रूपेश चौधरी को सम्मानित करते बांका डीएम सुहर्ष भगत।

बांका [सुधांशु कुमार]। जिला के लिए बड़ी खुशखबरी है। यहां के किसान अब पूरे राज्य स्तर पर जल जीवन हरियाली मिशन की महत्ता से किसानों को अवगत कराएंगे। इसके लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय ने रजौन प्रखंड  के उपरामा गांव निवासी किसान रुपेश चौधरी को इसका ब्रांड एंबेस्डर बनाने का निर्णय लिया है। सोमवार को बीएयू में किसान मेले के आखिरी दिन उन्हें बांका के डीएम सुहर्ष भगत ने सम्मानित भी किया है।

मौसम अनुकूल खेती में किया बेहतरीन काम

उपरामा में चल रहे मौसम अनुकूल खेती आज राज्य स्तर पर मॉडल के रूप में है। इसके पीछे रुपेश चौधरी का भी बहुत बड़ा योगदान है। रुपेश के पास अभी करीब 13 एकड़ जमीन है। इस जमीन पर वह मौसम अनुकूल खेती कर रहे हैं।  

युवा किसानों के लिए हैं प्रेरणास्रोत

रुपेश आसपास के गांव के युवा किसानों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। इतना ही नहीं आज आसपास के गांव के किसान उनसे पूछ कर खेतों में फसल लगाते हैं। साथ ही वे किसानों को कम कीमत पर तकनीक भी उपलब्ध कराते हैं। इसके लिए उन्होंने अपने पैसे से कृषि यंत्र बैंक भी स्थापित कर रखा है।

गांव के लोगों ने दी बधाई

रुपेश चौधरी की इस ब्रांड एंबेस्डर बनाए जाने पर लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की। रुपेश ने बताया कि उनकी इस उपलब्ध में बांका कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय विज्ञानी सह प्रधान मुनेश्वर प्रसाद, एग्रोनॉमिस्ट संजय मंडल, रघुवर साहू ,मृदा वैज्ञानिक संजय मंडल, पशु विज्ञानी धर्मेंद्र कुमार का बहुत बड़ा योगदान है। वहीं, उन्हें अंजनी कुमार चौधरी, लारेंद्र चौधरी, निरंजन चौधरी रविशंकर कुमार, जवाहर राव सहित अन्य किसानों ने बधाई दी है।

उपरामा में चल रहे मौसम अनुकूल खेती कार्यक्रम में रुपेश चौधरी ने शानदार काम किया है। वे आसपास के युवाओं के लिए भी मिसाल हैं। उनकी लगन और मेहनत को देखते हुए बिहार कृषि विवि ने उन्हें बांड एंबेस्डर बनाने का निर्णय लिया है। - डॉ. आरके सोहाने, कुलपति, बिहार कृषि विवि, सबौर, भागलपुर

किसान मेले में बांका केविके का रहा दबदबा

बिहार कृषि विवि में तीन दिवसीय किसान मेले में बांका कृषि विज्ञान केंद्र का दबदबा रहा। यहां के विज्ञानियों द्वारा लगाए गए स्टॉल को लोगों ने खूब सराहा। दरअसल, केंद्र की ओर से इस बार स्टॉल पर जलवायु अनुकूल खेती, मधु उत्पदान, वर्मी कंपोस्ट, पशु चॉकलेट, मेमना चॉकलेट, फीड ब्लॉक, यूरिया उपचारित भूसा, साइलेज सहित अन्य उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई गई थी। केविके के प्रधान विज्ञानी डॉ. मुनेश्वर प्रसाद ने बताया कि यहां के विज्ञानियों के अथक प्रयास के कारण यहां पुरस्कार मिला है। साथ ही इसमें यहां के किसानों का भी भरपूर सहयोग मिला है। हम लोगों का मुख्य उद्देश्य नई तकनीक से किसानों को अवगत कराना है। इस पर लगातार काम किया जा रहा है।

मुनेश्वर मरांडी को उत्कृष्ट कृषक अवार्ड

चांदन के बाबूमहल गांव के प्रगतिशील किसान मुनेश्वर मरांडी को किसान मेले के दौरान उत्कृष्ट कृषक अवार्ड से सम्मानित किया गया। वे कई तरह की खेती कर रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि पर कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानों और किसानों ने बधाई दी है।

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