बिहार के सहरसा में बच्‍चे के हाथ से छूट गया मां का आंचल, और कोसी में बह गया बच्चा

बिहार के सहरसा में एक हृदय विदारक घटना घटी है। कोसी नदी में मां के सामने एक बच्‍चा डूब गया। मां अपने पुत्र को लेकर कोसी नदी तट पर गयी थी। वह कोसी नदी में तैर रही लकड़ी को निकाल रही है। इसी दौरान बच्‍चा नदी में डूब गया।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 02:00 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 02:00 PM (IST)
बिहार के सहरसा में बच्‍चे के हाथ से छूट गया मां का आंचल, और कोसी में बह गया बच्चा
नदी में बहकर आने वाली लकड़ी को छानने बच्चा अपनी मां के साथ नदी के तट पर गया था।

संवाद सूत्र, महिषी/नवहट्टा (सहरसा)। कारू बाबा मंदिर के पीछे कोसी नदी में डूबने से महपुरा निवासी मिट्ठू ठाकुर के छह वर्षीय पुत्र प्रिंंस कुमार कोसी नदी में डूब गया। अब तक उसका कुछ भी चला है। घटना गुरुवार की है। मां की साड़ी का आंचल थामे बच्‍चा कोसी नदी के तट पर खड़ा था। उसकी मां नदी में तैर रही लकड़ी काे निकाल रही थी। इसी दौरान कोसी नदी की तेज बहाव में बच्‍चा आ गया। उसका हाथ मां की आंचल से छूट गया। वह फ‍िसलकर नदी में डूब गया। मां की आंखों की सामने यह घटना घटी। इस घटना से उसकी मां स्‍तब्‍ध हो गए। गरीबी और लाचारी की जिंदगी जी रही मां ने अपने पुत्र को खो दिया।    

घटना के संबंध में ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होते ही नदी में बहकर आने वाली लकड़ी को छानने बच्चा अपनी मां के साथ नदी के तट पर गया था। इसी क्रम में बच्‍चा कोसी की तेज धारा के साथ बह गया। मां द्वारा शोर मचाने पर आसपास के दुकानदार सहित ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंचे तथा नदी में बच्चे की तलाश शुरू कर दी। बच्चे का पता नहीं चल सका है। लोगों ने बच्चे की डूबकर मौत होने की आशंका जतायी है। ग्रामीणों द्वारा घटना की सूचना महिषी थाना व अंचलाधिकारी को दी गयी है। इधर बच्चे की मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

कोसी नदी के जलस्तर में आई गिरावट

कोसी नदी के जलस्तर में गिरावट आनी शुरू हो गई है । वीरपुर कोसी बराज पर सुबह छह बजे एक लाख 42 हजार क्युसेक जलस्राव नापा गया जो घटते हुए दोपहर 12 बजे एक लाख 26 हजार पर पहुंच गया। बीडीओ जितेंद्र कुमार ने बताया कि तटबंध पर कहीं कोई दबाव की सूचना नहीं है। विधायक प्रतिनिधि अबुतलहा जावेद जद संसाधन विभाग के अभियंताओं से बात कर रेनकट भरने एवं नदी के दबाव पर नजर रखने की मांग की है।

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