ये रहा बिहार का सबसे बड़ा शराब माफिया! कोड वर्ड से करता था माल सप्लाई, नेटवर्क ऐसा कि पुलिस को जाना पड़ा तीन महीने पीछे

कोसी सीमांचल ही नहीं अंग क्षेत्र तक फैला है सबसे बड़े शराब माफिया का जाल जिसकी पकड़ के लिए तीन महीने की काल डिटेल खंगाली जा रही है। नकली शराब बना उसे सप्लाई करने के लिए कोड वर्ड भी इजाद किया गया था।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 10:58 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 10:58 PM (IST)
ये रहा बिहार का सबसे बड़ा शराब माफिया! कोड वर्ड से करता था माल सप्लाई, नेटवर्क ऐसा कि पुलिस को जाना पड़ा तीन महीने पीछे
मधेपुरा पुलिस ने तीन माह पुरानी काल रिकार्ड खंगालनी शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, मधेपुरा। जिले के चौसा के भटगामा में नकली शराब बनाने का काम 11 माह से चल रहा था। पिछले साल 2020 के अगस्त माह में यहां एक ट्रक शराब पकड़ा गया था। करीब 356 कार्टन शराब पुलिस ने जब्त की थी। इस मामले में खगड़िया जिले के परबत्ता मरैया थाना क्षेत्र के तस्कर साजन कुमार का नाम आया है। इसके बाद से ही साजन ने भटगामा में नकली शराब बनाने का काम शुरू किया। इसमें कई लोगों को साथ जोड़ा। पूर्व मुखिया सुशील यादव के संरक्षण में कारोबार बढ़ने लगा। धीरे-धीरे मधेपुरा ही नहीं कोसी क्षेत्र के सभी जिले में अपना नेटवर्क तैयार कर लिया। उसके बाद सीमांचल व अंग क्षेत्र में भी पैठ बना ली।

शुक्रवार की रात्रि पुलिस के छापामारी में नकली शराब बनाने के धंधा का भंडाफोड़ हुआ है। अब तक तीन व्यक्ति पकड़ा गया है। पांच व्यक्ति अब भी फरार है। नकली शराब में हरियाणा व झारखंड का रेपर (स्टीकर) लगाया जाता था। ब्रांडेड वाइन के नाम से तैयार नकली शराब के सप्लाई के लिए चेन तैयार किया गया था। पुलिस ने नकली शराब निर्माण फैक्ट्री से काफी मात्रा में शराब बनाने का समान पकड़ा है। भटगामा के सियाराम यादव के बासा पर फैक्ट्री संचालित होता था।

खंगाला जा रहा है काल डिटेल

पुलिस का कहना है कि पकड़ा गया तस्कर का तीन माह को काल डिटेल खंगाला जा रहा है। काल डिटेल से कई राज खुलेगा। फिलहाल पूछताछ में कई महत्वपूर्ण बातों का पता चला है। कई लोगों का नाम भी उजागर हुआ है। जिसे फिलहाल गोपनीय रखा गया है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। नेटवर्क से जुड़े सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। खगड़िया जिला निवासी साजन कुमार इस धंधे में काफी समय से जुड़ा है।

कोड के सहारे होती थी शराब की सप्लाई

यहां निर्मित शराब को मधेपुरा के अन्य प्रखंडों के अलावा सहरसा, सुपौल, पूर्णिया, अररिया, खगड़िया से लेकर बांका तक भेजी जाती थी। पिछले साल बांका के कटोरिया व बौंसी में भी पकड़ा गया शराब तस्कर ने साजन का नाम बताया था। उसके बाद पुलिस उसके गिरफ्तारी के कोशिश में थी। वहीं मधेपुरा में पकड़ा गया एक ट्रक शराब मामले में भी पुलिस को उसकी तलाश थी। यहां निर्मित शराब को कोड के सहारे सभी जगह पहुंचाया जाता था। शराब की डिलिवरी भेजने के पहले कोड इजाद किया जाता था। कोड बताने पर ही शराब की डिलिवरी दी जाती थी।

तीन तस्करों को किया गया है गिरफ्तार

भटगामा के पूर्व मुखिया सुशील यादव के संरक्षण में नकली शराब का कारोबार किया जा रहा था। वहीं सियाराम के बासा व मुर्गा फार्म पर सामान रखा जाता था। पुलिस अभी सुशील यादव की गिरफ्तारी नहीं की है। वहीं मौके से भटगामा निवासी पंकज यादव व विकास कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों की निशानदेही पर खगड़िया जिला के पारबत्ता मरैया ओपी अंतर्गत अररिया बलहा के साजन कुमार को भी गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पांच व्यक्ति फरार है। जिसकी गिरफ्तारी को लेकर छापामारी की जा रही है।

'भटगामा में तैयार किया जा रहा शराब में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही है। तीन व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। कई बिंदुओं पर अनुसंधान चल रहा है।'- योगेंद्र कुमार, एसपी, मधेपुरा

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