Terrorist attacks in Jammu and Kashmir: भागलपुर के युवक की मौत, तीन वर्षो से जम्‍मू कश्‍मीर में करते थे काम

Terrorist attacks in Jammu and Kashmir जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में मारे गए लोगों में भागलपुर के जगदीशपुर का रहने वाले वीररंजन पासवान भी शामिल है। वे जम्‍मू कश्‍मीर में लगभग तीन वर्षों से नाश्‍ते की दुकान चलाते थे।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 07:40 AM (IST) Updated:Thu, 07 Oct 2021 07:40 AM (IST)
Terrorist attacks in Jammu and Kashmir: भागलपुर के युवक की मौत, तीन वर्षो से जम्‍मू कश्‍मीर में करते थे काम
भागलपुर के जगदीशपुर प्रखंड निवासी वीरंजन पासवान की मौत।

आनलाइन डेस्‍क, भागलपुर। जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में हुए मंगलवार को आतंकी हमले में मारे गए तीन लोगों में भागलपुर के जगदीशपुर प्रखंड के भी एक व्यक्ति शामिल था। भागलपुर जगदीशपुर थाना क्षेत्र के वादे सैदपुर गांव निवासी 56 वर्षीय वीरंजन पासवान को गोली मारकर हत्या कर दी गई। बता दें कि वीरंजन पासवान पिछले ढाई वर्ष से श्रीनगर में रहकर पानी पुरी की दुकान चलाकर वादे सैदपुर गांव में रह रहे अपने बाल बच्चे का भरण पोषण कर रहे थे।

अचानक मंगलवार दोपहर फोन आया की वीरंजन पासवान को श्रीनगर में आतंकी ने गोली मारकर हत्या कर दी । पत्नी पुतुल देवी ने बताया कि सोमवार को उनका फोन आया था कि वह दुर्गा पूजा में घर आएंगे उनका टिकट हो गया है। लेकिन शाम में फिर फोन आया कि आतंकी ने उन्हें गोली मारकर हत्या कर दिया है । वे पिछले ढाई वर्ष से श्रीनगर में रह रहे थे और उनके चचेरे भाई वीरेंद्र पासवान और एक भतीजा विकास पासवान भी वहीं रह रहा था। वे लोग भी पानी पूरी का दुकान चलाते हैं।

मृतक के पुत्रविक्रम ने बताया कि ढाई साल पहले पापा श्रीनगर गए थे।उसके पहले भी कोलकाता में रहते थे। साथ ही बताया कि हम लोग छ: भाई बहन हैं जिनमें एक बहन की शादी हो चुकी है ।एक बहन नीतू कुमारी इंटर पास कर गई है, नेहा कुमारी इंटर की पढ़ाई कर रही है, एक बहन मोनिका भी पढ़ाई कर रही है ।भाई सुमन मैट्रिक की पढ़ाई कर रहा है । पापा के भरोसे ही सारा परिवार का भरण पोषण हो रहा था अब पापा इस दुनिया में नहीं रहे अब हम लोग किसके सहारे अपना जीवन यापन करेंगे। मृतक की पत्नी पुतुल देवी ने रोते हुए कहा कि जीविका से 73000 का लोन है मेरे ऊपर वहीं से पैसा भेज देते तो किसत चुकता हो रहा था अब वे इस दुनिया में नहीं रहे तो बाल बच्चे का भरण पोषण के साथ-साथ अब रिन कैसे चुकता होगा।

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