कोर बैंकिंग से जुडेंगे भागलपुर सहित बांका जिले के दस डाकघर, ग्राहकों को होगी सुविधा

भागलपुर सहित बांका जिले के दस डाकघरों को कोर बैंकिंग सेवा से जोड़ा जाएगा। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) के खाताधारियों को सावधान करते हुए ओटीपी शेयर नहीं करने की बात कही। इससे ग्राहकों को काफी सुविधा मिलेगी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 11:58 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 11:58 AM (IST)
कोर बैंकिंग से जुडेंगे भागलपुर सहित बांका जिले के दस डाकघर, ग्राहकों को होगी सुविधा
कोर बैंकिंग से जुडेंगे दस डाकघर, ग्राहकों को होगी सुविधा

जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर सहित बांका जिला के दस डाकघरों को कोर बैंकिंग सेवा (सीबीएस) से जोड़ा जाएगा। साहिबगंज, चंपानगर, जगदीशपुर, इशीपुर-बाराहाट, सैदपुर गोरियार, खेसर, बेलहर, चांदन, पंजवारा और पुनसिया को कोर बैंकिंग सेवा से जोड़ा जाएगा। सीबीएस से जुडऩे पर इन डाकघरों के खाताधारक देश के किसी डाकघर से निकासी आदि काम कर सकेंगे।

डाक अधीक्षक राम परीखा प्रसाद के मुताबिक जुलाई तक दस डाकघरों को सीबीएस से जोडऩे का काम पूरा हो जाएगा। साथ ही उन्होंने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) के खाताधारियों को सावधान करते हुए ओटीपी शेयर नहीं करने की बात कही। ओटीपी शेयर करने से धोखाधड़ी और आर्थिक नुकसान होगा। साइबर ठग खाता से रुपये निकाल सकते हैं।

शिविर लगाकर भूमि विवाद का निष्पादन

अंचलाधिकारी जयप्रकाश एवं डीएसपी दिवेश के द्वारा शाहकुंड थाने में शनिवार को भूमि विवाद के निष्पादन के लिए शिविर लगाया गया। शिविर में आए छह में से चार मामलों का ऑन द स्पॉट निपटारा किया गया। अंचलाधिकारी ने बताया कि सभी मामले काफी दिन से लंबित थे। सजौर थाने में भी शिविर लगाया गया। वहां चार में से दो मामले का निष्पादन किया गया। मौके पर सजौर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार भी मौजूद थे।

शाहकुंड में प्राइवेट दुकानदारों से बीज खरीद रहे किसान

शाहकुंड प्रखंड में धान बीज के वितरण की गति काफी धीमी है। अभी तक 30-35 फीसद ही बीज का वितरण हो पाया है। किसान प्राइवेट दुकानदारों से बहुतायत संख्या में बीज खरीद रहे हैं। इस बाबत बीएओ सोहन प्रसाद ङ्क्षसह ने बताया कि सभी कृषि समन्वयक को किसानों में जागरुकता लाकर बीज वितरण का प्रतिशत बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। इच्छुक किसान कृषि समन्वयक से संपर्क कर रजिस्ट्रेशन कराकर बीज ले सकते है। किसानों का आरोप है कि किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयक द्वारा बीज वितरण के लिए कोई सूचना नहीं दी जाती है और ना ही बीज हेतु रजिस्ट्रेशन ही किया जाता है। इस कारण हम लोग प्राइवेट दुकानदारों से बीज खरीदने को मजबूर हैं।

chat bot
आपका साथी