लखीसराय में गुरुजी ने शुरू कर दी पाठशाला, पूछने पर बोले- कमजोर बच्चों को दे रहा एक्सट्रा क्लास

लखीसराय में एक शिक्षक ने कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करते हुए स्कूल खोल दिया है। वो जमीन पर दरी डालकर बच्चों को पढ़ने के लिए बुला रहे हैं। एवज में पांच सौ रुपये प्रति बच्चे ले रहे हैं। पूछने पर बताते हैं कि ये बच्चे कमचोर हैं।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:10 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:10 PM (IST)
लखीसराय में गुरुजी ने शुरू कर दी पाठशाला, पूछने पर बोले- कमजोर बच्चों को दे रहा एक्सट्रा क्लास
लखीसराय में स्कूल खोल बच्चों को पढ़ाते गुरूजी।

संवाद सूत्र, रामगढ़ चौक (लखीसराय)। बिहार सरकार ने प्रदेश के अंदर 10वीं से 12वीं तक के सरकारी एवं निजी विद्यालयों को खोलते हुए कक्षाओं का संचालन करने का आदेश दिया है। इसके नीचे की कक्षाओं का संचालन बंद है। प्रारंभिक विद्यालय कब खुलेंगे यह सरकार के निर्णय पर निर्भर है। बावजूद इसके, मध्य विद्यालय परसावां के एक शिक्षक विद्यालय के एक वर्ग कक्ष में में ट्यूशन का संचालन कर रहे हैं। शिक्षक रवींद्र कुमार से  पूछने पर उन्होंने बताया कि वे बच्चों की एक्स्ट्रा क्लास ले रहे हैं। इसमें कमजोर बच्चों को बुलाया जा रहा है। जबकि ग्रामीणों ने बताया कि एक्सट्रा क्लास नहीं चलाया जा रहा है।

बताया गया कि प्रतिदिन सुबह छह से नौ बजे तक एक-एक घंटे की ट्यूशन क्लास संचालित होती है। प्रत्येक छात्र से पांच सौ रुपये लिए जाते हैं। कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए सरकारी विद्यालय के वर्ग कक्ष में ट्यूशन संचालित करने की जानकारी से विभाग भी अनजान बना हुआ है। सोमवार की सुबह आठ बजे कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए चार बच्चे वर्ग कक्ष में जमीन पर दरी पर बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। शिक्षक रवींद्र कुमार बिना मास्क लगाए उन बच्चों को पढ़ा रहे थे। इस संबंध में रामगढ़ चौक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नसीम अख्तर ने बताया कि अभी विद्यालय बंद है। कक्षा का संचालन नहीं किया जा सकता है। अगर विद्यालय खोलकर एक्स्ट्रा क्लास के नाम पर ट्यूशन का संचालन किया जा रहा है तो जांच करके कार्रवाई की जाएगी।

बहरहाल, जो कुछ भी हो देशभर में कोरोना की तीसरी संभावित लहर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। बिहार में भी इसको लेकर तैयारियां की जा रही है। सरकार ने एहतियातन अभी तक प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों को खोलने की अनुमति नहीं दी है। ऐसे में बिहार के कई जिलों से ट्यूशन के नाम पर बच्चों को पढ़ाने और कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन के मामले सामने आ रहे हैं। देखना होगा कि सरकार इसपर किस तरह एक्शन लेती है।

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