शिक्षक नेताओं ने CM नीतीश को लिखा पत्र, कहा-कोरोना वायरस से नियोजित शिक्षकों की करें रक्षा
एससी-एसटी शिक्षक संघ बिहार ने नियोजित शिक्षकों की जान बचाने की मुख्यमंत्री से पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र में कहा है कि कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए शिक्षकों को लेकर निर्णय बदलने की जरुरत है।
जागरण संवाददाता, लखीसराय। अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक संघ, बिहार (एससी-एसटी शिक्षक संघ) के प्रदेश अध्यक्ष अमित कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री से नियोजित शिक्षकों की कोरोना महामारी से जान बचाने की गुहार लगाई है। मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में उन्होंने कहा कि एक ओर बिहार सरकार लोगों की जान बचाने में लगी हुई है दूसरी ओर शिक्षा विभाग के पदाधिकारी शिक्षकों को संक्रमण का शिकार करने में लगे हैं। प्रेषित पत्र में उन्होंने कहा है कि अभी बिहार की हालात घर से निकलने के लिए उपयुक्त नहीं है। बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। बावजूद शिक्षक स्कूल जा रहे हैं। जिन शिक्षकों से काम नहीं लिया जा रहा है उनसे होम फ्रेम से ही काम लिया जाए, जिनकी आवश्यकता हो उन्हीं शिक्षकों को घर से बाहर निकलने का आदेश निर्गत किया जाए।
अभी शिक्षा विभाग का पत्र 33 फीसद शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों को प्रतिदिन विद्यालय बुला रहे हैं जो संक्रमण को बढ़ावा दे रहे। कोरोना के कारण मृत शिक्षक एवं विभागीय पदाधिकारी के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अमित कुमार ने मुख्यमंत्री से मृतक के आश्रित को 50 लाख की राशि एवं अनुकंपा का लाभ तत्काल देने का अनुरोध किया है। विगत जनवरी 2021 चार माह से वेतन का भुगतान नहीं मिला है। हड़ताल अवधि के 37 दिनों का अबतक वेतन भुगतान नहीं किया गया है। तत्काल वेतन भुगतान करने एवं 33 फीसद उपस्थिति दर्ज करने तथा प्रधानाध्यापक को प्रतिदिन विद्यालय आने से रोकने का आदेश निर्गत करवाने का आग्रह किया है।
लगातार कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है
कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऐसे में शिक्षकों से कार्य लेना उचित नहीं है। यह बीमार एक-दूसरे के संक्रमण से फैलता है। इसलिए सरकार को चाहिए कि कुछ दिनों को पूर्ण लॉकडाउन लगा दें। ताकि इसका फैलाव जल्दी खत्म हो। लोगों का यह भी मानना है कि इस संक्रमण से बचने के लिए सरकार को चिकित्सकीय सेवा बेहतर करने की जरुरत है।