तारापुर उपचुनाव: अखिलेश सिंह ने किया कांग्रेस प्रत्याशि के लिए प्रचार, बोले- बिहार विकास से कोसों दूर
तारापुर उपचुनाव पूर्व केेंद्रीय मंत्री सह कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पहुंचे तारापुर। कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा को वोट देने की अपील राजद-एनडीए पर किए कटाक्ष। बिहार उपचुनाव को लेकर राज्यसभा सदस्य अखिलेश सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी के हक में मतदान करने की अपील की...
संवाद सूत्र, तारापुर (मुंगेर)। तारापुर उपचुनाव: राज्यसभा सदस्य सह पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार में 15 वर्ष तक राजद का शासन रहा, 16 वर्ष एनडीए की सराकर है। इसके बाद भी राज्य का विकास कोसों दूर है। देश में बिहार स्वास्थ्य मामले में 28 वें स्थान पर, विकास का ग्राफ भी 28 वें नंबर पर है। बिहार देश में सबसे ज्यादा चीनी उत्पादन करने वाला राज्य हुआ करता था, आज स्थिति यह है कि ज्यादातर चीनी मिल बंद है। डा. सिंह बुधवार को तारापुर में कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा के समर्थन में बैठक को महती सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रोजगार के लिए एनडीए की सरकार ने कुछ नहीं किया, लोग दूसरे राज्य जाने को मजबूर हैं। यहां के लोग बदलाव की मांग कर रहे हैं। उन्होंने जनता से कांग्रेस का हाथ मजबूत करने की अपील की।
महती सभा में पूर्व विधायक अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि तारापुर का उप चुनाव चुनाव नहीं चुनौती है, जब-जब महागठबंधन का साथ दिए, राजद ने ठगने का काम किया गया है। कांग्रेस के प्रत्याशी राजेश कुमार मिश्रा के पक्ष में मतदान कर पार्टी को एक अवसर दें। राजद के शासनकाल में जंगलराज का बोलबाला था, वहीं, एनडीए में अफसरशाही हावी है। सभा की अध्यक्षता करते हुए जमालपुर विधायक डा.अजय कुमार सिंह ने लोगों से कांग्रेस को एक मौका देने की बात कही।
सिंकदरा के पूर्व विधायक बंटी चौधरी ने स्वच्छ और नेक छवि के प्रत्याशी राजेश मिश्रा को वोट देेने के लिए अपील की। विधानसभा पार्षद समीर कुमार ने कहा कि तारापुर उप चुनाव के लिए सरकार के कई मंत्री शहीदों की घरती तारापुर में पिछले कई दिनों से कैंप कर रहे हैं। नल-जल योजना पर कटाक्ष किए। प्रत्याशी राजेश मिश्रा ने कहा कि रोजगार की कमी नहीं है। सरकार की उदासीनता से लोग पलायन कर रहे हैं। संचालन डा. देवराज सुमन ने किया। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री ने चांदपुरा चौक पर कांग्रेस कार्यालय का शुभारंभ किया। इस मौके पर आलोक वत्स, धर्मवीर शुक्ला सहित कई कांग्रेसी नेता थे।