सुपौल पंचायत चुनाव 2021: मतगणना केंद्र के बाहर पल-पल की जानकारी ले रहे थे सम‍र्थक, दे रहे थे एक-दूजे को जीत की बधाई

सुपौल पंचायत चुनाव 2021 सुपौल में मतगणना केंद्र के बाहर पल-पल की जानकारी समर्थक ले रहे थे। साथ ही परिणाम घोषित होने पर एक दूसरे को बधाई भी दे रहे थे। कुल मिलाकर काउंटिंग सेंंटर के बाहर की स्थिति...

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 04:29 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 04:29 PM (IST)
सुपौल पंचायत चुनाव 2021: मतगणना केंद्र के बाहर पल-पल की जानकारी ले रहे थे सम‍र्थक, दे रहे थे एक-दूजे को जीत की बधाई
सुपौल में मतगणना केंद्र के बाहर पल-पल की जानकारी समर्थक ले रहे थे।

जागरण संवाददाता, सुपौल। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंगलवार को स्थानीय बीएसएस कालेज में पांचवें चरण में संपन्न हुए बसंतपुर प्रखंड का मतगणना कार्य सुबह 8:00 बजे से शुरू हो गया। मतगणना को ले जहां सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। वहीं गहन तलाशी उपरांत ही पासधारक व्यक्तियों को मतगणना केंद्र के अंदर प्रवेश करने की इजाजत दी जा रही थी। इधर मतों की गिनती को सुनने और जानने को लेकर सुबह से ही समर्थकों का जुटान मतगणना स्थल पर होने लगा था। देखते ही देखते मतगणना स्थल का नजारा मेले जैसा हो गया।

लोग परिणाम जानने को ले उत्सुक नजर आ रहे थे। कौन प्रत्याशी कितने वोट से आगे चल रहा है इसको लेकर कयास लगाए जाते रहे। समर्थक इस कदर उत्साहित है कि किसी को धूप तक की ङ्क्षचता नहीं थी। जहां जगह मिल जाती वहीं बैठ जाते थे ज्योंही मतगणना स्थल पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज सुनाई देती लोग जहां थे वहीं थम जाते हैं और घोषणा को बड़े ही शांत होकर सुनने लगते।

घोषणा सुनते ही विजयी प्रत्याशियों के समर्थकों में जहां उल्लास की लहर दौड़ जा रही थी वहीं पराजित प्रत्याशियों के समर्थक पतली गली से वहां से खिसकने में ही अपनी भलाई समझ रहे थे। विजयी प्रत्याशियों के समर्थकों का उल्लास देखते ही बन रहा था। आपस में ही रंग-गुलाल उड़ाने लगते समर्थक एक दूसरे को जीत की बधाई देने लगते थे। कई समर्थक मोबाइल से जीत की सूचना गांव के लोगों को दे रहे थे।

ऐसे समर्थक अपने प्रत्याशियों के निकलने का इंतजार कर रहे थे। इसको लेकर समर्थक कई बार मतगणना केंद्र तक भी पहुंच जा रहे थे जिन्हें वहां से हटाने में पुलिस बलों को काफी मशक्कत भी करनी पड़ रही थी। इधर ज्यों ही प्रत्याशी मतगणना केंद्र से बाहर निकलते ही समर्थकों द्वारा जोर-जोर से नारे लगाए जाने लगते थे। हालांकि जुलूस पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण प्रत्याशी सीधे गाड़ी पर बैठ कर वापस घर की ओर चल पड़ते थे। इधर मतगणना कर्मियों को सुचारू रूप से संचालन करने को ले आलाधिकारियों का मतगणना केंद्र पर आवाजाही बनी रही। जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक समेत कई वरीय अधिकारी लगातार मतगणना स्थल का मुआयना कर निर्देश जारी करते रहे।

एजेंट लगातार लगा रहे थे वोटों का हिसाब

मतगणना स्थल पर एजेंट अपने प्रत्याशी की वोटों की लगातार हिसाब रख रहे थे। टेबल के हिसाब से प्रत्याशियों ने अपने एजेंट को तैनात कर रखा था। प्रत्याशी लगातार टेबल से आंकड़े एकत्र करते दिखे। इधर जीत हार के बीच का अंतर अधिक होने पर अन्य प्रत्याशियों के एजेंट गिनती से पहले ही बाहर निकल जा रहे थे हालांकि कई पदों पर जीत हार का अंतर कम होने के कारण प्रत्याशी और उनके एजेंट अंतिम गिनती तक डटे रहे।

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