Supaul coronavirus news update: एंबुलेंस चालक निभा रहे कोरोना योद्धा की भूमिका, कोरोना पीडि़तों की कर रहे सेवा

Supaul coronavirus news update सुपौल में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी बढ़ता जा रहा है। इस बीच कई एंबुलेंस चालक कोरोना योद्धा के रूप में लोगों की सेवा कर रहे हैं। जिससे मरीजों को काफी सुविधा मिल रही है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 11:47 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 11:47 AM (IST)
Supaul coronavirus news update: एंबुलेंस चालक निभा रहे कोरोना योद्धा की भूमिका, कोरोना पीडि़तों की कर रहे सेवा
सुपौल में कोरोना योद्धा के रूप में एंबुलेंस चालक कर रहे काम।

सुपौल [ब्रह्मानंद सिंह]। कोरोना संक्रमण ने देशभर में हाहाकार मचा रखा है। इस संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन भी सतर्क है। शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है और इस सन्नाटे के बीच रह-रह कर एंबुलेंस के सायरन की आवाज कानों में गूंज रही होती है। कोरोना संक्रमण के इस चरम बिंदु पर एंबुलेंस चालक कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं। वह अपनी और स्वजनों की परवाह किए वगैर दिन-रात बखूबी अपना फर्ज निभा रहे हैं। ऐसे ही एक योद्धा हैं विद्यानन्द साहु जो सदर अस्पताल में 102 एंबुलेंस के चालक हैं। वे पूर्व में भी और अभी भी कोरोना सैंपल पटना पहुंचाने का काम करते हैं।

वहीं कोरोना मरीजों को कोविड केयर सेंटर भी पहुंचाते हैं। इसके अलावा सदर अस्पताल से रेफर हुए कोरोना मरीज को दरभंगा पहुंचाने भी जाते हैं। विद्यानन्द का कहना है कि कोरोना मरीज के साथ रहकर डर नहीं लगता, क्योंकि यह नौकरी के साथ-साथ मानव सेवा है। कब किस कोरोना मरीज को कहां पहुंचाना है यह ठीक नहीं रहता है इसलिए हमेशा सदर अस्पताल में ही रहना पड़ता है।

पूरा परिवार करजाईन थाना के हरिराहा गांव में रहता है। जब वहां जाता हूं तो सुरक्षा के लिहाज से अपना व्यवस्था अलग रखता हूं। कहा कि फिलहाल काफी खराब समय है इसलिए सबों को संभल कर रहना होगा। कोरोना कहां, कब और किसे अपना शिकार बना ले यह कहना मुश्किल है।

कोरोना का संक्रमण बढ़ने से लोग दहशत में आ गए हैं

कोरोना का संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इससे लोग दहशत में आ गए हैं। जिले में काफी संख्‍या में काेरोना वायरस से संक्रमित लोग मिल रहे हैं। इससे परेशनी और बढ़ गई है। वहीं, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की ओर से टीकाकरण और कोरोना जांच की बेहतर व्‍यवस्‍था नहीं है। कोरोना जांच की रिपोर्ट काफी दिनों बाद मिल रही है। जिससे भी संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। अस्‍पताल में इलाज की समुचित व्‍यवस्‍था नहीं है।

chat bot
आपका साथी