Supaul: क्लीनिक में कंपाउंड की हत्या कर लटका दिया फंसे से, सदर अस्पताल के डॉक्टर चलाते हैं क्लीनिक

सुपौल में क्‍लीनिक के अंदर कंपाउंड की हत्‍या का मामला सामने आया है। हत्‍या के बाद शव को फंदे से लटका दिया गया है। हालांकि पुलिस हत्‍या और आत्‍महत्‍या दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है। घटना सदर अस्‍पताल के बगल की है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 04:48 PM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 04:48 PM (IST)
Supaul: क्लीनिक में कंपाउंड की हत्या कर लटका दिया फंसे से, सदर अस्पताल के डॉक्टर चलाते हैं क्लीनिक
सुपौल में क्‍लीनिक के अंदर कंपाउंड की हत्‍या का मामला सामने आया है।

जागरण संवाददाता, सुपौल। जिला मुख्यालय के सहरसा-सुपौल मार्ग स्थित मवेशी अस्पताल के बगल में मां देवता हड्डी हॉस्पिटल नामक एक निजी क्लीनिक में बुधवार की सुबह एक युवक का शव फंदे से लटका मिला। मृतक पिपरा थाना क्षेत्र के जोल्हनियां गांव निवासी 30 वर्षीय संजय कुमार मंडल था जो उसी क्लीनिक में कंपाउंडर का काम करता था। उक्त क्लीनिक सदर अस्पताल में पदस्थापित हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. जितेंद्र कुमार ङ्क्षसह का है।

शव जिस तरह से फंदे से लटका था उसे देख परिजन हत्या कर शव को फंदा से लटका देने की बात कह रहे थे। कंपाउंडर का शव फंदे से लटके होने की बात सुन मोहल्ले में सनसनी फैल गई और काफी संख्या में लोग क्लीनिक के पास जमा हो गए। घटना के बाबत डॉ. जितेन्द्र कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि मंगलवार को वे पत्नी की तबीयत खराब होने के कारण सहरसा अपने घर चले गए थे। आज जब सुबह 9 बजे के करीब वापस आया तो पाया कि क्लीनिक का ग्रील खुला हुआ है। जब अंदर गया तो देखा कि कंपाउंडर संजय का शव कमरे में फंदे से लटका हुआ है। उसके बाद इसकी जानकारी अन्य लोगों के साथ-साथ पुलिस को दी। थानाध्यक्ष दलबल के साथ आये और तहकीकात में जुट गए।

बेड पर था शरीर का अधिकांश हिस्सा

जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और घटना स्थल का मुआयना किया तो पाया कि शव के गले में फोङ्क्षल्डग कॉट की रस्सी बंधी हुई थी और उस रस्सी का दूसरा छोर छत में लगे पंखे में बंधा था। वहीं शरीर का अधिकांश हिस्सा बेड पर था और एक पैर नीचे लटका हुआ था। शव जिस स्थिति में लटका हुआ था उसे देख ऐसा प्रतीत हो रहा था कि किसी ने हत्या कर शव को फंदे से लटका आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया है।

भाई ने लगाया हत्या का आरोप

सूचना पर पहुंचे मृतक के बड़े भाई रामविलास मंडल कह रहा था कि मेरे भाई को किसी ने मारकर उसे फंदे से लटका दिया है। उसका कहना था कि उसकी किसी से दुश्मनी नहीं थी। आत्महत्या करने का कोई कारण भी नहीं है। डेढ़ साल पूर्व उसकी शादी हुई है। परसों वह घर गया था और कल वह घर से वापस आया है। इधर मृतक के गांव से काफी संख्या में लोग आ गए थे और वे लोग पोस्टमार्टम के लिए शव को ले जाने नहीं दे रहे थे। इस दौरान उन लोगों से थानाध्यक्ष दीनानाथ मंडल की बहस भी हुई। काफी मशक्कत के बाद शव को सदर अस्पताल लाया गया जहां उसका पोस्टमार्टम करवाया गया।

मृदुभाषी था संजय

क्लीनिक के आसपास के लोगों का कहना था कि संजय काफी मृदुभाषी व मिलनसार था। वह आस-पड़ोस में जिस-जिस को सूई लगाता था उसका वह पैसा नहीं लेता था। उसकी किसी से क्या दुश्मनी हो सकती है। रात में वह अकेला था। कोई मरीज भी नहीं था। किसी ने हत्या की है अथवा सच में आत्महत्या है यह पुलिस ही कह सकती है। बहरहाल लोग उक्त घटना को ले तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं।

अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। जांच चल रही है। हर ङ्क्षवदु पर जांच की जाएगी। पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

-कुमार इंद्रप्रकाश, पुलिस उपाधीक्षक,सुपौल

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