स्टेट बोरिंग तोड़ रहा दम, डीजल से फसल सिंचाई में किसानों को फूल रहा सांस
कुव्यवस्था के कारण किशनगंज जिले में फसल सिंचाई के लिए पूर्व से लगा स्टेट बोरिंग दम तोड़ रहा है वहीं किसानों को अपनी फसल की सिंचाई बढ़ते डीजल की कीमत पर करने में सांस फूल रहा है। इस ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। अन्नदाता संकट में हैं।
जागरण संवाददाता, किशनगंज। एक तरफ डीजल का दाम बढ़ रहा है। दूसरी तरफ स्टेट बोरिंग बंद पड़ा है। पोठिया, बहादुरगंज, ठाकुरगंज व कोचाधामन प्रखंड क्षेत्र में मरम्मती व बिजली के अभाव में स्टेट बोरिंग बंद रहने से अब किसानों को सिंचाई में परेशानी हो रही है। डीजल के लगातार बढ़ रहे दाम की वजह से पंपसेट से सिंचाई करना घाटे का सौदा साबित हो रहा है।
सिंचाई के लिए जिले भर के किसान मौसम या फिर पंपसेट पर निर्भर हैं। सरकारी स्तर पर सिंचाई के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने से परेशानी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। वर्षों पूर्व जो भी नलकूप लगाए गए हैं वह या तो खराब होकर बंद पड़ हैं या फिर वह कभी चालू ही नहीं हुआ। जिस कारण किसानों को अपने खेतों की सिंचाई निजी पंपसेट से करने की मजबूरी बनी हुई है। पोठिया प्रखंड में सारोगोड़ा पंचायत स्थित डोक पुल के पास बिहार सरकार द्वारा ऊदह सिंचाई योजना के तहत लगाया गया स्टेट बोरिंग खराब होने से विगत एक वर्ष से बंद पड़ा है। जिससे किसानों को अपने खेतों की सिंचाई को लेकर काफी परेशानी हो रही है। इसी तरह बहादुरगंज के समेसर, समेसर हाट, विलासी व तकिया में सरकारी स्टेट बोरिंग है। एक पंचायत में चार -चार बोरिंग रहने के बावजूद कुव्यवस्था के कारण सब के सब बंद पड़ा है। अब यह मात्र शोभा की वस्तु बन कर रह गया है। धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील होता जा रहा है। मशीनो में भी जंग लग चुका है।
किसान जाहिद, शाहिद अजीम, इमरान,फजलू,जमाल, अब्बास, असीबुल आदि बताते हैं कि वर्षों पूर्व सारोगोड़ा में इस स्टेट बोरिंग को ऊदह सिंचाई योजना के तहत लगाया गया था। कुछ साल तक यह ठीक-ठक चला उसके बाद यह खराब हो गया। पांच वर्ष पूर्व विभाग द्वारा इसे ठीक कराया गया। जिससे किसानों को खेती करने में काफी सुविधा हुई। लेकिन विगत एक साल से ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण यह बंद पड़ा है। हालांकि ट्रांसफार्मर को बदलने के लिए विभागीय जेई, एसडीओ सहित विधायक को आवेदन देकर गुहार लगाई गई लेकिन आज तक इस दिशा में कोई सकारात्मक पहल नहीं किया जा सका। इन दिनों मक्का की सिंचाई करने लिए किसान परेशान हैं। स्टेट बोरिंग खराब रहने से किसानों को खेतों में सिंचाई करने में काफी दिक्कत हो रही है। इन दिनों डीजल का मूल्य आसमान छू रहा है। दूसरी तरफ स्टेट बोरिंग बंद रहने से मुश्किलें और बढ़ गई है।